Himachal Pradesh News: मंडी जिले में लोग बारिश की प्रतीक्षा कर रहे हैं। आसमान पर घने बादल छाए हैं लेकिन बारिश हो नहीं रही है। इस असामान्य मौसम ने स्थानीय लोगों के लिए परेशानियां बढ़ा दी हैं। किसान अपनी फसलों के लिए बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
रात के समय ठंड बढ़ गई है और दिन भी काफी ठंडे गुजर रहे हैं। सुबह के समय घना कोहरा वाहन चालकों के लिए मुसीबत बना हुआ है। इस कोहरे ने सड़क पर दृश्यता कम कर दी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कोहरे और ठंड के कारण बीमारियों के मामले भी बढ़े हैं।
मौसम विभाग ने जताई बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग नेएक नई जानकारी जारी की है। विभाग के मुताबिक एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश को प्रभावित कर सकता है। इसके प्रभाव से बादलों की गतिविधि बढ़ सकती है। तापमान में और गिरावट आने की भी संभावना है।
आईएमडी ने प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश का पूर्वानुमान जताया है। यह पूर्वानुमान रविवार के लिए है। मंडी जिले में शनिवार को मौसम बदला-बदला सा रहा। बादलों का आवागमन तो जारी रहा लेकिन बारिश या बर्फबारी नहीं हुई।
तापमान में दर्ज हुई गिरावट
मौसम विभाग केआंकड़े मंडी जिले की स्थिति बता रहे हैं। जिले में अधिकतम तापमान 18 से 20 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया जा रहा है। न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। दिन के समय हल्की धूप कभी-कभार दिखती है।
लेकिन बादलों की मोटी परत धूप को अधिक देर नहीं निकलने देती। हवा की रफ्तार सामान्य बनी हुई है। आर्द्रता का स्तर भी औसत बना हुआ है। इस कारण मौसम न तो पूरी तरह ठंडा लगता है और न ही नम।
किसानों पर पड़ रहा है प्रतिकूल प्रभाव
बारिश न होनेसे कृषि कार्य प्रभावित हुए हैं। किसान रबी की फसलों के लिए पर्याप्त नमी की कमी महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि समय पर बारिश न होने से फसल की गुणवत्ता और उत्पादन पर असर पड़ सकता है। सिंचाई के लिए भी उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बागवानी से जुड़े लोग भी मौसम की मार झेल रहे हैं। सेब और अन्य फलों के बागानों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यदि शीघ्र ही बारिश नहीं हुई तो कृषि उत्पादन प्रभावित होगा। इससे आर्थिक नुकसान की भी आशंका है।
यातायात और स्वास्थ्य पर पड़ रहा असर
सुबह केघने कोहरे ने यातायात व्यवस्था को प्रभावित किया है। वाहन चालकों को सड़क पर सावधानी से चलना पड़ रहा है। दृश्यता कम होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। पुलिस विभाग ने चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी है।
स्वास्थ्य केंद्रों में सर्दी, खांसी और सांस संबंधी समस्याओं के मरीजों की संख्या बढ़ी है। डॉक्टरों का कहना है कि अचानक मौसम में आए बदलाव के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं। उन्होंने लोगों को गर्म कपड़े पहनने और स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह स्थिति एक विशेष मौसमी पैटर्न का हिस्सा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में आने के बाद ही स्थिति में सुधार की उम्मीद है। तब तक लोगों को मौसम की इस अनिश्चितता के साथ समायोजन करना होगा। सभी विभाग सतर्कता बरत रहे हैं।
