Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में इस मानसून सीजन में भारी बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने राज्य के कई जिलों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं। 25 से 27 अगस्त के बीच सबसे तीव्र बारिश की चेतावनी दी गई है, जिससे भूस्खलन और नदियों के उफान का खतरा बना हुआ है।
किन जिलों में है रेड और ऑरेंज अलर्ट?
IMD ने 25 अगस्त के लिए चंबा, कांगड़ा और मंडी जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है। 26 अगस्त को चंबा और कांगड़ा में रेड अलर्ट जारी रहेगा, जबकि मंडी के लिए अलर्ट ऑरेंज कर दिया गया है। इसके अलावा, ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कुल्लू जिले भी ऑरेंज अलर्ट के दायरे में हैं। शिमला और सोलन के लिए येलो अलर्ट है।
पिछले 24 घंटों में हुई भारी बारिश
IMD के वरिष्ठ वैज्ञानिक संदीप कुमार शर्मा के अनुसार, पिछले एक दिन में कई जिलों में जोरदार बारिश दर्ज की गई। बिलासपुर जिले में 190 मिमी और चंबा के जोट क्षेत्र में 160 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। नादौन और सुंदरनगर में भी भारी बारिश देखने को मिली, जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है।
सामान्य से 22% अधिक वर्षा
इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में औसत से काफी अधिक बारिश हुई है। एक जून से लेकर 25 अगस्त तक राज्य में सामान्य से 22% अधिक वर्षा दर्ज की गई। शिमला जिले में तो 80% अधिक बारिश हुई है। ऊना और कुल्लू में 60% अधिक और मंडी में भी 60% अधिक बारिश दर्ज की गई। लाहौल-स्पीति एकमात्र ऐसा जिला है जहां सामान्य से कम बारिश हुई।
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
अधिकारियों ने लोगों से नदियों और नालों के पास जाने से बचने की सलाह दी है। सोलन, शिमला, सिरमौर, बिलासपुर और कांगड़ा में धुंध के कारण वाहन चालकों को विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। भूस्खलन की आशंका को देखते हुए पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से बचना चाहिए।
27 अगस्त के बाद कम होगी बारिश
मौसम विभाग का अनुमान है कि 27 अगस्त के बाद बारिश की तीव्रता में कमी आएगी। हालांकि, हल्की बारिश का सिलसिला 31 अगस्त तक जारी रह सकता है। वर्तमान में सक्रिय मानसून और पश्चिमी विक्षोभ के कारण स्थिति और गंभीर हो गई है। अगले दो दिन राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
