Himachal News: भारी बारिश के कारण हिमाचल प्रदेश के पौंग बांध का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। बुधवार सुबह जल स्तर 1393 फीट के पार पहुंच गया, जबकि खतरे का निशान 1390 फीट है। इस वजह से बांध से पानी छोड़ा जा रहा है, जिसके चलते निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
ब्यास नदी में बढ़ा पानी का स्तर
पौंग बांध से ब्यास नदी में पानी छोड़े जाने के कारण फतेहपुर और इंदौरा विधानसभा क्षेत्र का मंड एरिया जलमग्न हो गया है। प्रशासन ने एहतियातन एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को तैनात कर दिया है। इन टीमों ने मंगलवार को रियाली और मंड बहादपुर में पानी के बहाव में फंसे सात लोगों को सुरक्षित निकाला।
कितना पानी छोड़ा जाएगा?
बीबीएमबी द्वारा जारी शेड्यूल के अनुसार जलस्तर बढ़ने के साथ पानी छोड़ने की मात्रा भी बढ़ाई जाएगी। जलस्तर 1399 फीट पर पहुंचने पर 1.70 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। वर्तमान में बांध में 1,92,766 क्यूसेक पानी की आमद हो रही है। मशीनों और स्पिलवे गेटों के जरिए 94,845 क्यूसेक पानी बाहर निकाला जा रहा है।
निचले क्षेत्रों में जारी है अलर्ट
प्रशासन ने निचले इलाकों के निवासियों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। पंजाब के साथ लगते पांच जिलों में भी अलर्ट जारी किया गया है। फतेहपुर और इंदौरा प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर बनाए हैं। इन शिविरों में रहने, खाने-पीने और स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रबंध किया गया है।
डाउनस्ट्रीम में बढ़ा जलस्तर
पौंग बांध से छोड़े गए पानी का असर डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में भी दिखाई दे रहा है। एसएनबी में जलस्तर 83,120 क्यूसेक और एमएचसी में 11,500 क्यूसेक रिकॉर्ड किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार क्षेत्र में फिलहाल बादल छाए हुए हैं। स्थिति पर लगातार नजर बनाई हुई है।
