Himachal News: रामपुर खंड की भडावली पंचायत के ग्रामीणों ने आगामी पंचायत चुनाव के बहिष्कार की धमकी दी है। वार्ड-1 के ग्रामीणों का आरोप है कि पंचायत पांच साल से उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। ग्रामीणों ने कार्यों में गुणवत्ता की कमी और खर्चे में बढ़ोतरी के आरोप लगाए हैं।
कमलाऊ और छलावट गांव के निवासियों में भारी रोष है। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे 2025 के पंचायत चुनाव में मतदान नहीं करेंगे। उनका कहना है कि पंचायत लगातार गांव की अनदेखी कर रही है।
महिला मंडल ने उठाए सवाल
महिला मंडल छलावट की अध्यक्ष संत कली ने पंचायत के कार्यों पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि महिला मंडल भवन में लगाई गई टाइलों की कीमत काफी अधिक दर्शाई गई है। महिला मंडल ने मांग की कि टाइलों के बिलों की वास्तविक प्रति सार्वजनिक की जाए।
उन्होंने टाइलों की गुणवत्ता और मूल्य की जांच की मांग की। महिला मंडल ने पंद्रह दिनों के भीतर जांच कराने की अपील की। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत ने विकास कार्यों में पारदर्शिता नहीं बरती।
जल निकासी और सड़क की समस्या
छलावट गांव में जल निकासी की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। पंचायत ने पाइपें खरीदी तो हैं लेकिन वे पिछले एक साल से सड़क किनारे पड़ी हैं। अब इन पाइपों के चोरी होने की आशंका भी जताई जा रही है।
ग्रामीणों ने मांग की कि पाइपों को जल्द से जल्द बिछाया जाए। इससे बरसात के मौसम में जलभराव और गंदगी की समस्या से राहत मिल सके। गांव में अभी तक सड़क मार्ग की सुविधा भी उपलब्ध नहीं कराई गई है।
प्रशासन से मांग
ग्रामीणों ने प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने सभी कार्यों की जांच करवाने की अपील की है। ग्रामीण चाहते हैं कि पारदर्शिता स्थापित हो और विकास कार्य फिर से शुरू हों।
खंड विकास अधिकारी राजेंद्र नेगी ने बताया कि टाइलों को लेकर जिला स्तर पर वेंडर है। सीमेंट की कमी की वजह से पंचायतों के काम रुके हुए हैं। सीमेंट आते ही रुके काम फिर से शुरू कर दिए जाएंगे।
