Shimla News: हिमाचल प्रदेश विजिलेंस एवं एंटी करप्शन ब्यूरो ने निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा से एक पुराने मामले में पूछताछ की है। विधायक पर एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के पंजीकरण दस्तावेजों में हेरफेर का आरोप है। आशीष शर्मा ने इन आरोपों को राजनीतिक बताया है।
विधायक आशीष शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्यसभा चुनाव में हार पचा नहीं पाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार झूठे मुकदमे दर्ज करके उन्हें परेशान कर रही है। पिछले डेढ़ साल से उन्हें बार-बार पूछताछ के लिए बुलाया जा रहा है।
विधायक का बयान
आशीष शर्मा ने कहा कि दबाव बनाकर उन्हें झुकाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जनता की आवाज उठाने और भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने के कारण उन पर झूठे मुकदमे थोपे जा रहे हैं। विधायक ने कहा कि उन्हें कोई डर नहीं है क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया।
मामले की पृष्ठभूमि
विधायक आशीष शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने ठेकेदार प्रवीण कुमार शर्मा की कंस्ट्रक्शन कंपनी के लिए जाली दस्तावेज बनवाए। इन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ठेकेदार ने पीडब्ल्यूडी में अपनी श्रेणी ‘बी’ से ‘ए’ में बदलवा ली थी। विजिलेंस ब्यूरो इसी मामले की जांच कर रहा है।
आशीष शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल प्रदेश को 1500 करोड़ रुपए की राहत राशि देने की घोषणा का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि सरकार को इन पैसों का सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आपदा प्रभावित लोगों को जल्द राहत मिल सकेगी।
