Himachal News: मंडी जिले में विजिलेंस टीम ने एक पंचायत तकनीकी सहायक को रिश्वत लेते रेड हैंडेड पकड़ा है। आरोपित संजय कुमार ने कसाण पंचायत के ब्लाक समिति सदस्य से एक हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। विजिलेंस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई कर उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
यह मामला पंचायत के विकास कार्यों के बिल पास करने से जुड़ा है। आरोपित कर्मचारी लंबे समय से बिलों को पास नहीं कर रहा था। बीडीसी सदस्य नारायण सिंह ने विजिलेंस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद विजिलेंस टीम ने जाल बिछाया।
रिश्वत की डिमांड और पकड़ाने की कार्रवाई
तकनीकी सहायक ने बिल पास करने के लिए एक हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। इस राशि में से पांच सौ रुपये तीन दिन पहले ही दे दिए गए थे। शेष पांच सौ रुपये की अदायगी के दौरान विजिलेंस टीम ने कार्रवाई की।
टीम ने पूरी तैयारी के साथ ऑपरेशन अंजाम दिया। जिस स्थान पर रिश्वत की राशि दी जानी थी, वहां विजिलेंस के अधिकारी मौजूद थे। जैसे ही कर्मचारी ने राशि ली, उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया।
पंचायत कार्यों में अड़चन की शिकायत
ब्लाक समिति सदस्य नारायण सिंह ने बताया कि पंचायत में करवाए गए कार्यों के बिल लंबे समय से लंबित थे। तकनीकी सहायक जानबूझकर बिल पास नहीं कर रहा था। इससे पंचायत के विकास कार्य प्रभावित हो रहे थे।
शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। टीम ने बीडीसी सदस्य के साथ मिलकर पूरी योजना तैयार की। रिश्वत की अदायगी के समय और स्थान का चयन सावधानी से किया गया।
गिरफ्तारी और आगे की कार्रवाई
विजिलेंस टीम ने आरोपित तकनीकी सहायक को गिरफ्तार कर लिया है। स्टेट विजिलेंस ब्यूरो मंडी ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है। अब आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू हो गई है। आरोपित को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
इस मामले में विस्तृत जांच जारी है। अधिकारी पूरे प्रकरण की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रहे हैं। संबंधित दस्तावेजों और सबूतों को एकत्र किया जा रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई चेतावनी का संदेश देती है।
सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई है। विजिलेंस विभाग लगातार ऐसे मामलों में कार्रवाई कर रहा है। सरकारी कर्मचारियों द्वारा रिश्वत लेने की घटनाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
जनशिकायतों के आधार पर विजिलेंस टीमें कार्रवाई करती हैं। इस मामले ने साबित किया कि छोटी राशि की रिश्वत लेने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। विभाग की कोशिश है कि भ्रष्टाचार की घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगे।
