शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: विधायक हंस राज पर आरोप लगाने वाली लड़की का भाजपा पदाधिकारी के साथ वीडियो हुआ वायरल; जानें क्या बोले नरेश रावत

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Himachal News: चंबा जिले के चुराह विधानसभा क्षेत्र में भाजपा की आंतरिक गुटबाजी सामने आई है। एक वायरल वीडियो ने पार्टी के भीतर के तनाव को उजागर कर दिया है। यह वीडियो भाजपा एससी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेश रावत को दिखाता है। इसमें वह एक युवती को रात दो बजे चंबा के एक होटल में छोड़ते दिखाई दे रहे हैं।

यह युवती विधायक डॉ. हंस राज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद सामने आई थी। इस घटना ने भाजपा के भीतर की गहरी फूट को सार्वजनिक कर दिया है। यह मामला अब स्थानीय विवाद से आगे बढ़कर संगठनात्मक समस्या बन गया है। पार्टी का नेतृत्व इस पर कार्रवाई के लिए दबाव में है।

वीडियो ने खोली पार्टी की पोल

वायरल वीडियो महज एक व्यक्तिगत घटना का प्रमाण नहीं है। यह भाजपा में गहराते सत्ता संघर्ष और आपसी अविश्वास को दिखाता है। इससे स्पष्ट हो गया कि चुराह में भाजपा दो समानांतर गुटों में बंटी हुई है। एक गुट विधायक के साथ है तो दूसरा असंतुष्ट है।

युवती ने जिस रात महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई, उसी रात पार्टी पदाधिकारी द्वारा उसे होटल ले जाना चर्चा का विषय बना हुआ है। यह घटना चुराह भाजपा के भीतर चल रही खामोश जद्दोजहद की पुष्टि करती है। व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं अब संगठनात्मक प्राथमिकताओं से आगे निकल चुकी हैं।

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नरेश रावत ने दिया अपना पक्ष

भाजपा नेता नरेश रावत ने इस घटना पर अपना पक्ष स्पष्ट किया है। उन्होंने बताया कि वह आपातकालीन सेवा एंबुलेंस के साथ चंबा मेडिकल कॉलेज में मौजूद थे। उस समय पीड़ित युवती का चिकित्सकीय परीक्षण चल रहा था। युवती ने अपने पिता को फोन लगाया और नरेश रावत के होने की सूचना दी।

रावत के अनुसार युवती के पिता ने उनसे बात की। उन्होंने अपनी बेटी को सुरक्षित होटल पहुंचाने का आग्रह किया। मेडिकल परीक्षण पूरा होने के बाद रावत ने एक महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ युवती को होटल छोड़ा। उन्होंने कहा कि उन पर लगे आरोप निराधार और भ्रामक हैं।

भाजपा में गहराता संकट

चुराह भाजपा लंबे समय से दो गुटों में बंटी हुई मानी जाती रही है। वीडियो के सामने आने के बाद यह विभाजन अब खुलकर सामने आ गया है। सवाल यह उठ रहा है कि संगठन ने समय रहते इन दरारों को क्यों नहीं भरा। पार्टी नेतृत्व वर्षों से इसे स्थानीय मतभेद कहकर नजरअंदाज करता रहा।

अब यह समस्या स्थानीय स्तर से ऊपर उठ चुकी है। हाईकमान से लेकर जिला संगठन तक सभी को यह संदेश मिल गया है। यह घटना संगठनात्मक असंतुलन का बड़ा संकेत बन चुकी है। विपक्ष के लिए यह भाजपा की कमजोरियों को उजागर करने का अवसर है।

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राजनीतिक प्रभाव

इस मामले का सीधा प्रभाव चुराह की राजनीति पर पड़ेगा। भाजपा के अंदरूनी झगड़े सार्वजनिक होने से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है। स्थानीय कार्यकर्ताओं के बीच भ्रम और असंतोष की स्थिति बन गई है। पार्टी नेतृत्व को अब त्वरित और ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

नरेश रावत ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि वह हंस राज के कृत्यों के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि एक समाजसेवी होने के नाते पीड़िता का साथ देना उनका नैतिक कर्तव्य था। उन्होंने यह भी बताया कि पीड़िता का पिता भाजपा का कार्यकर्ता है। इसलिए उन्होंने सहायता करना जरूरी समझा।

आगे की राह

भाजपा नेतृत्व के सामने अब चुनौतीपूर्ण स्थिति है। उसे एक तरफ विधायक पर लगे गंभीर आरोपों की जांच करानी है। दूसरी तरफ पार्टी के भीतर की फूट को भी समाप्त करना होगा। इस मामले ने पार्टी की आंतरिक लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

स्थानीय नेताओं के बीच विश्वास की कमी साफ दिखाई दे रही है। पार्टी को संगठनात्मक एकता बहाल करने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। चुराह क्षेत्र में भाजपा का भविष्य अब इन्हीं फैसलों पर निर्भर करेगा। राज्य की राजनीति में इसका दूरगामी प्रभाव पड़ सकता है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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