Himachal News: विश्व हिंदू परिषद ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं और नशे के प्रसार के खिलाफ आवाज उठाई है। संगठन ने सोमवार को जिला प्रशासन के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भेजा। इसमें प्रदेश में सुरक्षा स्थिति में सुधार और अपराधों पर अंकुश लगाने की मांग की गई है।
ज्ञापन में कहा गया कि हिमाचल प्रदेश में बाहरी राज्यों से आने वाले कुछ लोगों द्वारा आपराधिक गतिविधियां चलाई जा रही हैं। इनमें नशा तस्करी, गौ तस्करी और मंदिरों में चोरी जैसे मामले शामिल हैं। स्थानीय लोगों को नशे के जाल में फंसाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं।
विभिन्न जिलों में बढ़ते अपराध
हाल केदिनों में सुंदरनगर, कुल्लू, बिलासपुर और नूरपुर में ऐसी घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। नालागढ़, ऊना और पालमपुर क्षेत्रों से भी समान रिपोर्ट्स मिली हैं। चंबा से लेकर रोहडू तक कई स्थानों पर आपराधिक घटनाएं दर्ज की गई हैं। प्रशासन के समक्ष यह चुनौती बनी हुई है।
व्यापार और मजदूरी के नाम पर प्रवास
बाहरीराज्यों से व्यापार और मजदूरी के नाम पर आने वाले लोगों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। इनमें से कई लोग आपराधिक पृष्ठभूमि के पाए गए हैं। ये लोग हिमाचल में आकर विभिन्न प्रकार के अपराधों में संलिप्त हो रहे हैं। स्थानीय प्रशासन इस ओर विशेष ध्यान दे रहा है।
विश्व हिंदू परिषद की मांगें
विश्व हिंदूपरिषद ने प्रदेश सरकार और प्रशासन से कई मांगें की हैं। संगठन ने नशा तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान चलाने का अनुरोध किया है। कठोर दंड के प्रावधान की भी मांग की गई है। चंबा में हुई घटना के मामले में सख्त कार्यवाही की मांग की गई है।
संगठन के सदस्यों का कहना है कि प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखना जरूरी है। स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया है। प्रशासनिक कार्यप्रणाली में सुधार की आवश्यकता बताई गई है। हिमाचल के शांतिपूर्ण वातावरण को बनाए रखने की अपील की गई है।
