Himachal News: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भारी हंगामा हुआ। शुक्रवार सुबह कार्यवाही शुरू होने से पहले ही सत्तापक्ष और विपक्ष आमने-सामने आ गए। विपक्ष ने कर्मचारियों और पेंशनरों के मुद्दों पर सरकार को घेरा। वहीं, सत्तापक्ष ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। शोर-शराबे के कारण सदन की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।
सदन के वेल में पहुंचा विपक्ष
प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने सदन में गतिरोध पैदा किया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने स्पीकर से बोलने की अनुमति मांगी। स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने इनकार करते हुए प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया। विपक्ष नहीं माना और नारेबाजी करते हुए सदन के वेल में पहुंच गया। सदस्यों ने तालियां बजाकर आसन का घेराव किया। इसके चलते 11:27 बजे कार्यवाही रोकनी पड़ी।
मंत्री जगत सिंह नेगी के खिलाफ नारेबाजी
स्पीकर ने बार-बार विपक्ष से अपनी सीटों पर जाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि जनता से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न लगे हैं। लेकिन विपक्ष के विधायक मंत्री जगत सिंह नेगी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। वे मंत्री पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। 10 मिनट बाद जब सदन दोबारा शुरू हुआ तो विपक्ष वापस नहीं लौटा। इसके बाद केवल सत्तापक्ष के विधायकों ने ही प्रश्न पूछे।
परिसर में तख्तियां लेकर प्रदर्शन
इससे पहले, विधानसभा परिसर में भी दोनों पक्षों में तकरार देखने को मिली। भाजपा विधायकों ने हाथों में तख्तियां लेकर “सरकार मुर्दाबाद” के नारे लगाए। उन्होंने ग्रेच्युटी, मेडिकल भत्ता और पेंशन भुगतान की मांग उठाई। जवाब में सत्तापक्ष ने केंद्र से आर्थिक मदद न मिलने पर विरोध जताया। कांग्रेस विधायकों ने “साड्डा हक एथे रख” के नारे लगाए।
पेंशनरों ने सड़कों पर दिखाई ताकत
शुक्रवार को पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन ने भी अपनी मांगों को लेकर पुलिस मैदान में रैली निकाली। हिमाचल प्रदेश सरकार के खिलाफ पेंशनरों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात रहा। वीआईपी मूवमेंट के कारण दाड़ी इलाके में लंबा जाम लग गया। जयराम ठाकुर ने 4 दिसंबर को होने वाली भाजपा की रैली की तैयारियों का भी जायजा लिया।
