Himachal News: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर डिस्टेंस एंड ऑनलाइन एजुकेशन ने डिजिटल वेब स्टूडियो निर्माण के लिए फिर से टेंडर आमंत्रित किए हैं। पिछले महीने प्रशासनिक कारणों से रद्द किए गए टेंडर को अब विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। इच्छुक बोलीदाता 27 नवंबर तक अपनी बोलियां जमा कर सकते हैं। इस डिजिटल पहल से विश्वविद्यालय की ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है।
सीडीओई के निदेशक प्रोफेसर प्रदीप कुमार ने बताया कि नए टेंडर में बोली प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण तिथियां निर्धारित की गई हैं। प्री-बिड मीटिंग 13 नवंबर को सुबह 11 बजे निदेशक के कक्ष में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में सभी इच्छुक बोलीदाता भाग ले सकते हैं और परियोजना से संबंधित अपने सवालों के जवाब प्राप्त कर सकते हैं। बोली संबंधी सभी दस्तावेज विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट से प्राप्त किए जा सकते हैं।
बोली जमा करने की अंतिम तिथि 27 नवंबर शाम 5 बजे निर्धारित की गई है। इसके बाद 29 नवंबर को सभी बोलियों को खोला जाएगा और नियमानुसार जांच-पड़ताल के बाद योग्य बोलीदाता का चयन किया जाएगा। यह डिजिटल वेब स्टूडियो विश्वविद्यालय के दूरस्थ और ऑनलाइन शिक्षा कार्यक्रमों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।
डिजिटल शिक्षा में होगा सुधार
इस डिजिटल वेब स्टूडियोके निर्माण से विश्वविद्यालय के ऑनलाइन शिक्षा प्लेटफॉर्म में गुणात्मक सुधार होगा। छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाले डिजिटल लर्निंग संसाधन उपलब्ध होंगे। यह स्टूडियो आधुनिक तकनीक से लैस होगा और डिजिटल शिक्षण सामग्री के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे दूरदराज के इलाकों के छात्रों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने पिछले महीने जारी टेंडर को प्रशासनिक कारणों से रद्द कर दिया था। इसके बाद एक नई समिति गठित की गई जिसने गुरुवार को नए सिरे से टेंडर प्रक्रिया शुरू की। नई टेंडर प्रक्रिया में सभी आवश्यक दिशा-निर्देशों और शर्तों को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है ताकि पारदर्शिता बनी रहे।
बोली प्रक्रिया में पारदर्शिता
विश्वविद्यालय प्रशासन नेइस बोली प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता बनाए रखने का संकल्प लिया है। सभी बोलियों का मूल्यांकन निर्धारित मानदंडों के आधार पर किया जाएगा। चयनित फर्म को डिजिटल वेब स्टूडियो का निर्माण कार्य पूरा करना होगा। यह स्टूडियो आधुनिक डिजिटल शिक्षा के मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा।
इस परियोजना के पूरा होने के बाद विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कार्यक्रमों में डिजिटल पहुंच और सुधार होगा। छात्रों को इंटरएक्टिव और आकर्षक शिक्षण सामग्री उपलब्ध हो सकेगी। यह डिजिटल पहल कोरोना काल के बाद बदलती शिक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। विश्वविद्यालय डिजिटल शिक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
छात्रों को मिलेगा लाभ
इस डिजिटल वेब स्टूडियोके निर्माण का सीधा लाभ विश्वविद्यालय के छात्रों को मिलेगा। उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले ऑनलाइन कोर्स और स्टडी मटेरियल उपलब्ध होंगे। डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन का लक्ष्य है कि छात्रों को बेहतर शैक्षणिक संसाधन मिल सकें।
सीडीओई के निदेशक ने बताया कि इस परियोजना से विश्वविद्यालय की डिजिटल शिक्षा प्रणाली मजबूत होगी। आधुनिक तकनीक के साथ यह स्टूडियो छात्रों और शिक्षकों दोनों के लिए उपयोगी साबित होगा। विश्वविद्यालय डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने के लिए प्रयासरत है। यह परियोजना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।
