Himachal News: हिमाचल प्रदेश के देहरा में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना हुई। बनखंडी इलाके में बगलामुखी मंदिर जा रही पिकअप ट्राली पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में 70 वर्षीय माया देवी की मौके पर ही मौत हो गई। तेरह अन्य श्रद्धालु घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
हादसे का मंजर
यह दुर्घटना मुबारिकपुर-रानीताल राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुई। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से आए श्रद्धालु बगलामुखी मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे। मंदिर से करीब आधा किलोमीटर पहले ट्राली अनियंत्रित हो गई। वाहन सड़क किनारे लगे पेड़ से जा टकराया।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्राली का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। ट्राली में करीब 15 से 17 श्रद्धालु सवार थे। हादसे की सूचना मिलते ही हरिपुर थाना और रानीताल पुलिस चौकी की टीमें मौके पर पहुंची। उन्होंने राहत और बचाव कार्य शुरू किया।
घायलों का इलाज जारी
सभी घायलों को स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से सिविल अस्पताल देहरा पहुंचाया गया। चिकित्सकों ने घायलों का उपचार शुरू कर दिया है। मृतक महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए रखा गया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
डीएसपी देहरा शुमायला चौधरी ने हादसे की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि आपातकालीन स्वास्थ्य एम्बुलैंस के माध्यम से पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।
चालक का बयान और पुलिस कार्रवाई
चालक ने पुलिस को बताया कि सामने से आ रही गाड़ी की तेज रोशनी के कारण हादसा हुआ। रोशनी सीधे उसकी आंखों में पड़ने से वह चौंधिया गया। इस कारण वह वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाया। पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने पिकअप ट्राली को कब्जे में ले लिया है। आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। पुलिस दुर्घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। चालक की लापरवाही के अलावा अन्य कारणों पर भी विचार किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस इलाके में श्रद्धालुओं से भरे वाहनों के हादसे बढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले ढलियारा में भी एक ट्रक पलट गया था। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि श्रद्धालुओं के वाहनों की नियमित जांच की जाए।
उनका कहना है कि ओवरलोडिंग और वाहनों की खराब हालत से दुर्घटनाएं हो रही हैं। सुरक्षा मानकों के पालन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े उपाय जरूरी हैं।
