Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। देहरा उपमंडल के दरकाटा इलाके में एचआरटीसी की वोल्वो बस के चालक पर सैलानियों ने हमला किया। यह घटना गुरुवार रात बगलामुखी मंदिर के नजदीक घटी। हमलावरों ने बस के आगे अपनी गाड़ी अड़ाकर चालक और परिचालक की पिटाई की। इससे बस में सवार यात्रियों में दहशत फैल गई।
रानीताल पुलिस चौकी की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर चार युवकों को गिरफ्तार किया। एक आरोपी पुलिस चौकी से फरार हो गया था लेकिन कुछ ही घंटों बाद उसे भी पकड़ लिया गया। सभी आरोपी उत्तराखंड नंबर की एक्सयूवी में सवार थे। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ शुरू कर दी है।
घटना का क्रम
चंडीगढ़ से धर्मशाला जा रही वोल्वो बस पर उत्तराखंड के सैलानियों ने हमला किया। पुलिस के अनुसार सभी आरोपी शराब के नशे में थे। वे बस को लगातार ओवरटेक करने और रेस लगाने की कोशिश कर रहे थे। दरकाटा के पास उन्होंने बस के आगे अपनी गाड़ी रोक दी। फिर चालक से बहस करने लगे और अचानक मारपीट शुरू कर दी।
बस में सवार यात्रियों और स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। रानीताल पुलिस चौकी की टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंची। पुलिस ने चारों युवकों को हिरासत में ले लिया। घटना के बाद पूरे इलाके में आक्रोश का माहौल है।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
पुलिस ने चार आरोपियों की पहचान की है। ऋषभ पुत्र नीरज कुमार मुजफ्फरनगर निवासी है। विकास कुमार पुत्र धर्मपाल मेरठ का रहने वाला है। राजीव कुमार पुत्र धनपाल भी मुजफ्फरनगर से ताल्लुक रखता है। उदित कुमार पुत्र उदयवीर सिंह भी मुजफ्फरनगर का निवासी है। सभी आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं।
पुलिस ने थाना हरिपुर में एफआईआर दर्ज कर ली है। एसपी कार्यालय की ओर से पुष्टि की गई है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है। बस में सवार यात्रियों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एचआरटीसी प्रशासन की प्रतिक्रिया
एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने इस घटना की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि बस स्टाफ पर हमला बेहद निंदनीय है। सरकार और पुलिस को ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। इससे भविष्य में कोई भी ऐसी गुंडागर्दी करने की हिम्मत नहीं करेगा। बस चालकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पर्यटन राज्य होने के नाते हिमाचल प्रदेश में सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में सड़क सुरक्षा और यात्रियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। एचआरटीसी प्रशासन पुलिस के साथ पूरा सहयोग करेगा। इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा।
स्थानीय लोगों की मांग
स्थानीय निवासियों ने रानीताल-देहरा मार्ग पर पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की नियमित जांच होनी चाहिए। इस तरह की घटनाएं पर्यटन व्यवसाय के लिए नुकसानदायक हैं। सैलानियों को राज्य में अनुशासन में रहना चाहिए।
लोगों का मानना है कि नशे की हालत में वाहन चलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन सुनिश्चित किया जाना चाहिए। पुलिस को ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। इससे आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
