Shimla News: हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने नवरात्रि के पवित्र अवसर पर एक खास पहल की है। निगम ने अपने चुनिंदा होटलों में सैलानियों के लिए ‘नवरात्र स्पेशल थाली’ शुरू करने का फैसला किया है। यह थाली पारंपरिक हिमाचली व्यंजनों से भरपूर होगी। इसका उद्देश्य पर्यटकों को स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन का अनुभव प्रदान करना है।
इस विशेष थाली में कई लोकप्रिय व्यंजन शामिल किए गए हैं। थाली में पनीर मखाना, आलू जीरा और उड़िया कद्दू जैसे मुख्य पकवान होंगे। साथ में खीरा रायता, शिव राइस और ओगला रोटी भी परोसी जाएगी। मीठे में बाथू और साबूदाना की खीर दी जाएगी। ताजे फल भी थाली को पूर्णता प्रदान करेंगे।
होटल प्रबंधकों के अनुसार, यह थाली स्थानीय स्वाद और सेहत दोनों को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इसमें स्थानीय और मौसमी सामग्री का ही इस्तेमाल किया जाएगा। इससे भोजन की ताजगी और स्वाद की गारंटी रहेगी। यह पहल पर्यटकों को हिमाचल की खानपान संस्कृति से रूबरू कराएगी।
पर्यटन निगम का मानना है कि ऐसे प्रयासों से हिमाचल प्रदेश पर्यटन को नया आयाम मिलेगा। यह थाली विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए तैयार की गई है जो स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं। संतुलित आहार पर जोर देने वाली यह थाली पौष्टिकता से भरपूर है।
स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बढ़ावा
इस पहल का स्थानीय समुदाय पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। थाली की अधिकांश सामग्री स्थानीय किसानों और आपूर्तिकर्ताओं से खरीदी जाएगी। इससे स्थानीय उत्पादकों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
होटलों ने ग्राहकों की सुविधा और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सेवाओं की निरंतर निगरानी की जा रही है ताकि सैलानियों को बेहतरीन अनुभव मिल सके।
स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना है कि नवरात्रि में ऐसे पारंपरिक व्यंजनों का सेवन एक अद्भुत अनुभव है। यह पहल धार्मिक भावनाओं के साथ-साथ क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान को भी मजबूत करती है।
नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक यह विशेष थाली उपलब्ध रहेगी। इच्छुक पर्यटक अपनी सुविधानुसार पहले से बुकिंग कर सकते हैं। यह सेवा एचपीटीडीसी के चुनिंदा होटलों में ही प्रदान की जाएगी। इसकी जानकारी निगम की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
विशेषज्ञों का मत है कि ऐसे नवाचारी कदम पर्यटन उद्योग के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। यह पहल सैलानियों को आकर्षित करने में मददगार होगी। हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम की यह कोशिश सराहनीय मानी जा रही है।
