Himachal Pradesh News: कुल्लू जिले के आनी उपमंडल में बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण कराणा डेयरी सोसायटी का हजारों लीटर दूध बर्बाद हो गया। सोसायटी को खराब हुए दूध को आनी खड्ड में बहाना पड़ा, जिससे स्थानीय किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।
घटना का क्रम
स्थानीय किसानों ने सुबह डेयरी सोसायटी को दूध की आपूर्ति की थी। बिजली न होने के कारण दूध को ठंडा रखने वाला कूलर प्लांट काम नहीं कर पाया। जब दूध प्रोसेसिंग प्लांट पहुंचा तो वह खराब हो चुका था। सोसायटी को मजबूरन इस दूध को आनी खड्ड में बहाना पड़ा।
किसानों की प्रतिक्रिया
स्थानीय किसानों और ग्रामीणों ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि बार-बार बिजली कटौती से पशुपालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। किसानों ने प्रशासन से बिजली आपूर्ति की समस्या का स्थायी समाधान करने की मांग की है।
सोसायटी की स्थिति
डेयरी सोसायटी के पास बिजली बाधित होने पर दूध संरक्षण की कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी। इस घटना ने डेयरी सहकारी समितियों में बैकअप व्यवस्था की कमी को उजागर किया है। सोसायटी प्रबंधन ने बिजली विभाग से बेहतर आपूर्ति सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।
पर्यावरणीय प्रभाव
खड्ड में दूध बहाने के पर्यावरणीय प्रभावों की भी जांच की जा रही है। स्थानीय लोगों ने बताया कि खड्ड का पानी पूरी तरह से सफेद हो गया था। पर्यावरण विशेषज्ञ इस घटना के जल स्रोतों पर पड़ने वाले प्रभावों का अध्ययन कर रहे हैं।
प्रशासनिक कार्रवाई
जिला प्रशासन ने इस घटना की जांच शुरू कर दी है। बिजली विभाग के अधिकारियों से इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। प्रशासन ने डेयरी सोसायटी को जनरेटर जैसी वैकल्पिक व्यवस्था करने का सुझाव दिया है। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपायों पर विचार किया जा रहा है।
