Shimla News: चौपाल विधानसभा क्षेत्र के दो सरकारी स्कूल शिक्षकों की भारी कमी से जूझ रहे हैं। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धारचांदना और शराड़ में कई पद वर्षों से खाली पड़े हैं। इसके चलते छात्रों को पढ़ाई छोड़कर दूसरे स्कूलों में जाना पड़ रहा है। अभिभावकों की मांग है कि सरकार जल्द से जल्द इन पदों को भरे।
विद्यालयों से छात्रों का पलायन जारी है। कई छात्रों ने नेरवा और कुपवी के स्कूलों में दाखिला ले लिया है। विज्ञान विषय के छात्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। इस पलायन ने अभिभावकों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल दिया है।
अभिभावकों पर पड़ रहा अतिरिक्त आर्थिक बोझ
छात्रों को दूसरे कस्बों में कमरे किराए पर लेने पड़ रहे हैं। प्रतिदिन निजी वाहनों से आने-जाने का खर्च भी उठाना पड़ता है। यह खर्च कई परिवारों के लिए बहुत भारी साबित हो रहा है। शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया है।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल धारचांदना की स्थिति चिंताजनक है। स्कूल में डेढ़ साल से प्रधानाचार्य का पद खाली है। अंग्रेजी विषय के प्रवक्ता का पद तीन साल से रिक्त पड़ा है। इतिहास के प्रवक्ता का पद छह साल से भरा नहीं गया है।
वर्षों से खाली पड़े हैं कई पद
टीजीटी मेडिकल का पद दस महीने से खाली चल रहा है। चपड़ासी के दो पद भी रिक्त हैं। एक पद दो साल से खाली है तो दूसरा पिछले एक महीने से रिक्त है। स्कूल में वर्तमान में 169 छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे को सरकार तक पहुंचाने का प्रयास किया। फार्मर एडवाइजरी कमेटी कुपवी के अध्यक्ष ने मामला उठाया। प्रदेश कांग्रेस संगठन महासचिव के माध्यम से सरकार तक शिकायत पहुंचाई गई। परंतु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
स्थानीय लोगों ने की मुख्यमंत्री से अपील
अभिभावकों और स्थानीय नेताओं ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से भी रिक्त पदों को शीघ्र भरने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि दूरदराज के क्षेत्र के छात्रों को शिक्षा से वंचित नहीं रहना चाहिए। सरकार को इस मामले में तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
