शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: 11 नवंबर से शुरू हो रहा है ऐतिहासिक लवी मेला, राज्यपाल करेंगे उद्घाटन

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Himachal News: उत्तर भारत के प्रसिद्ध लवी मेले का आयोजन 11 नवंबर से रामपुर बुशहर में शुरू हो रहा है। यह चार दिवसीय ऐतिहासिक मेला परंपरा, संस्कृति और व्यापार का अनोखा संगम प्रस्तुत करेगा। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल मेले का विधिवत उद्घाटन करेंगे जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 14 नवंबर को समापन समारोह में शामिल होंगे।

यह अंतरराष्ट्रीय मेला हिमाचल प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेगा। मेले के दौरान स्थानीय और प्रदेश स्तरीय कलाकारों द्वारा विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे। मेला ग्राउंड में विभिन्न प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया जाएगा जिनका उद्घाटन समारोह के पहले दिन होगा।

मेले का ऐतिहासिक महत्व

लवी मेला उत्तर भारत के सबसे प्राचीन व्यापारिक मेलों में से एक माना जाता है। इसका इतिहास सदियों पुराना है और यह क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक है। पहले यह मेला मुख्य रूप से व्यापारिक गतिविधियों के लिए जाना जाता था लेकिन अब यह सांस्कृतिक उत्सव का रूप ले चुका है।

मेले में पारंपरिक हस्तशिल्प, स्थानीय उत्पाद और कृषि संबंधित वस्तुओं की विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी। स्थानीय कारीगरों और व्यापारियों के लिए यह मेला आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत साबित होता है। पर्यटकों को यहां पारंपरिक हिमाचली संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।

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सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भरमार

मेले के चार दिनों तक विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। स्थानीय लोक कलाकार अपनी पारंपरिक कलाओं का प्रदर्शन करेंगे। नृत्य, संगीत और साहित्यिक गतिविधियों से मेले का माहौल और भी रोमांचक बनेगा।

राज्यपाल के उद्घाटन सत्र के बाद पहले दिन विशेष सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा। दूसरे और तीसरे दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का कार्यक्रम रहेगा। अंतिम दिन मुख्यमंत्री की मौजूदगी में समापन समारोह आयोजित किया जाएगा।

प्रशासन की तैयारियां

स्थानीय प्रशासन ने मेले की सफलता के लिए व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं। सुरक्षा, स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। पर्यटकों के ठहरने और भोजन की उचित व्यवस्था की गई है।

मेला प्रबंधन समिति ने सभी आवश्यक इंतजाम पूरे कर लिए हैं। स्थानीय व्यापारियों और कारीगरों के लिए स्टॉल आवंटित किए जा चुके हैं। परिवहन विभाग ने मेले के दौरान विशेष बस सेवाएं शुरू करने का निर्णय लिया है।

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पर्यटन को बढ़ावा

लवी मेले के आयोजन से स्थानीय पर्यटन उद्योग को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। यह मेला हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। बड़ी संख्या में स्थानीय और बाहरी पर्यटक इस मेले में शामिल होते हैं।

मेले में इस बार नवीन गतिविधियाँ और इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया जाएगा। युवाओं को पारंपरिक कलाएँ और शिल्प से जोड़ने के विशेष प्रयास किए जाएंगे। स्थानीय उद्यमियों को अपने उत्पादों को प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा।

आर्थिक महत्व

यह मेला स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्व रखता है। छोटे व्यापारियों और कारीगरों को अपने उत्पादों को सीधे ग्राहकों तक पहुंचाने का मौका मिलता है। हस्तशिल्प, वस्त्र और स्थानीय खाद्य पदार्थों की विशेष बाज़ार लगाई जाएगी।

मेले के दौरान स्थानीय होटल, रेस्तरां और परिवहन सेवाओं को भी आर्थिक लाभ होता है। रोजगार सृजन के साथ-साथ स्थानीय संस्कृति का संरक्षण में यह मेला महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सरकार ने इस वर्ष मेले को और भी व्यापक स्तर पर आयोजित करने का निर्णय लिया है।

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