शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: देव संस्कृति का रंग सबसे अलग, मंत्री रोहित ठाकुर ने की देवता गुडारू की पूजा

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Himachal News: हिमाचल प्रदेश की देव संस्कृति दुनिया भर में प्रसिद्ध है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने शिमला के जुब्बल में एक धार्मिक कार्यक्रम में शिरकत की। वे गिलटाड़ी गांव में देवता गुडारू की नई पालकी की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए। मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश जैसा सांस्कृतिक रंग कहीं और देखने को नहीं मिलता है।

युवाओं को दिया खास संदेश

शिक्षा मंत्री ने देवालय में शीश झुकाकर आशीर्वाद लिया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के मेले और त्योहार हमारी पहचान हैं।

  • मंत्री ने युवाओं से अपनी जड़ों से जुड़े रहने की अपील की।
  • उन्होंने कहा कि विज्ञान के युग में भी संस्कृति को न भूलें।
  • यह संस्कृति हमें प्रेम और भाईचारे का पाठ पढ़ाती है।
  • प्राचीन धरोहरों को बचाना हम सबकी जिम्मेदारी है।
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भव्य कलश यात्रा और मंदिर निर्माण

गिलटाड़ी गांव में देवता गुडारू का मंदिर साल 2022 में बनकर तैयार हुआ था। पालकी का निर्माण करीब छह महीने पहले पूरा हुआ। शनिवार को वैदिक मंत्रों के साथ इसकी प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस दौरान महिलाओं ने पारंपरिक कलश यात्रा भी निकाली। रोहित ठाकुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2023 में यहाँ संपर्क मार्ग बनवाया था। इससे ग्रामीणों को मंदिर तक आने में बहुत सुविधा मिली है।

हनोल से आए देवताओं के चिन्ह

देवता गुडारू को महासू देवताओं में प्रमुख माना जाता है। गिलटाड़ी के साथ-साथ झालटा और क्वालटा गांव में भी इनकी मान्यता है। इस खास मौके पर उत्तराखंड के हनोल से विशेष आमंत्रण भेजा गया था। वहां से बोठा महासू, वाशिक महासू और चालदा महासू के चिन्ह (डोरिया) कार्यक्रम में लाए गए। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के बीच यह धार्मिक जुड़ाव गहरा है।

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Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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