Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शीतलहर का प्रभाव तेजी से बढ़ रहा है। राज्य के मैदानी और घाटी वाले इलाकों में हल्का कोहरा छाया हुआ है। इससे सुबह के समय आवागमन और दैनिक गतिविधियों में कठिनाई हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार पंद्रह स्थानों पर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री से कम दर्ज किया गया।
उच्च हिमालयी क्षेत्र ताबो में बुधवार की रात इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही। यहां तापमान माइनस 7.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। स्थानीय निवासियों को ठंड के कारण घरों में ही रहने की सलाह दी जा रही है। अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी तापमान शून्य डिग्री के आसपास बना हुआ है।
राजधानी शिमला में मौसम
राजधानी शिमला में सुबह और शाम के समय ठंडी हवाओं के कारण कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। सूर्योदय से पहले तापमान में significant गिरावट दर्ज की गई है। लोगों को गर्म कपड़े पहनने की आवश्यकता महसूस हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार शीतलहर का प्रभाव और बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने अगले चौबीस से अड़तालीस घंटों में तापमान में further गिरावट की चेतावनी जारी की है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को गर्म कपड़े और हीटिंग उपकरणों के उपयोग की सलाह दी गई है। पशुपालकों को अपने पशुओं की सुरक्षा और चारे की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है।
यातायात पर प्रभाव
राज्य के मैदानी और घाटी क्षेत्रों में हल्के कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता कम हुई है। यातायात पुलिस और प्रशासन ने नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है। वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने की सलाह दी गई है। कोहरे के कारण कुछ क्षेत्रों में सार्वजनिक परिवहन प्रभावित हो सकता है।
सुबह के समय स्कूल और कॉलेजों की आवाजाही में भी व्यवधान की संभावना है। प्रशासन ने शैक्षणिक संस्थानों से समय समय पर मौसम अपडेट लेते रहने को कहा है। आवश्यकता पड़ने पर स्कूल समय में परिवर्तन भी किया जा सकता है। स्थानीय प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं।
स्वास्थ्य संबंधी सलाह
शीतलहर के कारण सर्दी जुकाम और खांसी के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। श्वसन संबंधी समस्याओं से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। चिकित्सकों ने लोगों को ठंड में बाहर अधिक समय तक न रहने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों के विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
चिकित्सा विशेषज्ञों ने गर्म पेय पदार्थों के सेवन और शरीर को ढककर रखने की सलाह दी है। अस्थमा के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सर्द हवाओं के सीधे संपर्क में आने से बचना चाहिए। नियमित दवाओं का सेवन समय पर करना महत्वपूर्ण है।
पर्यटन पर प्रभाव
ठंड बढ़ने के साथ ही हिमाचल के पर्वतीय पर्यटन स्थलों में visitors की संख्या बढ़ी है। होटल और गेस्ट हाउस प्रबंधक बिजली और हीटिंग सुविधाओं को लेकर सतर्क हैं। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में हिमपात और बर्फबारी की संभावना जताई है। इससे पर्यटन गतिविधियों पर प्रभाव पड़ सकता है।
पर्यटकों के लिए गर्म कपड़े और आवश्यक सामान ले जाने की सलाह दी जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की है। आपात स्थिति के लिए रेस्क्यू टीमें तैनात की गई हैं। मौसम संबंधी अपडेट नियमित रूप से जारी किए जा रहे हैं।
