Shimla News: शिमला जिले में लगातार हो रही भारी वर्षा ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। सतलुज नदी तत्तापानी में खतरनाक स्तर तक बढ़ गई है। नदी का जलस्तर हाई फ्लड लेवल से दो मीटर ऊपर पहुंच गया है। जिले की 267 सड़कें बंद होने से कनेक्टिविटी प्रभावित हुई है। बिजली और पानी की आपूर्ति भी ठप पड़ी है।
सतलुज नदी में उफान
तत्तापानी में सतलुज नदी ने खतरनाक स्तर छू लिया है। नदी का पानी पुल तक पहुंच गया है। इससे नदी किनारे बसे गांवों में खतरा पैदा हो गया है। प्रशासन ने नदी किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी जारी की है। स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है।
यातायात व्यवस्था प्रभावित
जिला प्रशासन के अनुसार 267 सड़कें बंद हो गई हैं। इनमें 261 संपर्क सड़कें और 6 मुख्य सड़कें शामिल हैं। इससे दैनिक आवश्यकताओं की आपूर्ति बाधित हुई है। ठियोग मंडल में 40 सड़कें भूस्खलन के कारण पूरी तरह बंद हैं। पिछले दो दिनों में सड़कों को 2 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
बिजली और पानी की समस्या
जिले में 722 बिजली ट्रांसफार्मर काम करना बंद कर चुके हैं। हजारों गांवों में बिजली आपूर्ति ठप पड़ी है। 272 पानी की योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं। लोगों को बिना बिजली और पानी के गुजारा करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से शीघ्र सुधार की मांग की है।
ठियोग क्षेत्र में हालात
ठियोग मंडल के मत्याना, सैंज और ठियोग उपखंडों में हालात गंभीर हैं। जोगशा कुमारसैन संपर्क सड़क पर बड़े पेड़ गिरने से मार्ग अवरुद्ध हो गया है। इस मंडल को अब तक 20 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बारिश के कारण हो रहे भूस्खलन से स्थिति और जटिल हो रही है।
Author: Narendra Kumar, Mandi
