Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य में आने वाले अतिथियों की सुविधा के लिए एक अहम निर्णय लिया है। सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) अपने पुराने वाहन बेड़े को बदलने की तैयारी कर रहा है। विभाग ने पांच नई टोयोटा इनोवा क्रिस्टा खरीदने का प्रस्ताव तैयार किया है। इसे मंजूरी के लिए वित्त विभाग को भेज दिया गया है। इस कदम का उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में वीआईपी मूवमेंट को सुरक्षित और सुगम बनाना है।
3 लाख किलोमीटर चल चुकी हैं पुरानी गाड़ियां
सामान्य प्रशासन विभाग के पास अभी कुल 12 सरकारी वाहन मौजूद हैं। अधिकारियों के मुताबिक इनमें से अधिकतर वाहन अपनी उम्र पूरी कर चुके हैं। ये गाड़ियां तीन लाख किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर चुकी हैं। पुरानी होने के कारण इनका मेंटेनेंस खर्च लगातार बढ़ रहा है। साथ ही यात्रा के दौरान इनके खराब होने का जोखिम भी बना रहता है। राज्य अतिथियों की सुरक्षा को देखते हुए ही बेड़े के आधुनिकीकरण का फैसला लिया गया है।
सियाज पर भारी पड़ी इनोवा क्रिस्टा
नई गाड़ियां खरीदते समय मारुति सियाज के नाम पर भी विचार किया गया था। विभागीय अधिकारियों ने शुरू में सियाज खरीदने का सुझाव दिया था। हालांकि, हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए फैसला बदला गया। पहाड़ी रास्तों, सुरक्षा मानकों और प्रोटोकॉल के लिहाज से इनोवा क्रिस्टा को बेहतर माना गया। इनोवा क्रिस्टा पहाड़ी मार्गों पर अधिक विश्वसनीय मानी जाती है। इसी कारण अंतिम प्रस्ताव में इसे ही शामिल किया गया।
सीएम सुक्खू करते हैं इलेक्ट्रिक कार का प्रयोग
राज्य सरकार अपने मंत्रियों और वीआईपी की सुरक्षा को लेकर काफी सतर्क है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शिमला में स्थानीय यात्रा के लिए अक्सर इलेक्ट्रिक कार का उपयोग करते हैं। वहीं, पिछले एक दशक से कैबिनेट मंत्रियों को फॉर्च्यूनर गाड़ियां दी जा रही हैं। फॉर्च्यूनर को लंबे और कठिन सफर के लिए काफी आरामदायक और सुरक्षित माना जाता है। अब मेहमानों के लिए भी इसी स्तर की सुविधाएं जुटाने की कोशिश हो रही है।
