Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेरबदल किया है। बुधवार को जारी आदेशों के अनुसार 15 आईपीएस और 62 एचपीपीएस अधिकारियों के तबादले किए गए हैं। इसके अलावा चार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपे गए हैं। यह सुक्खू सरकार के कार्यकाल में पुलिस महकमे का अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल माना जा रहा है। कार्यवाहक मुख्य सचिव संजय गुप्ता ने इन तबादला आदेशों पर हस्ताक्षर किए हैं।
सात जिलों के पुलिस अधीक्षकों को नई जिम्मेदारी मिली है। इनमें नूरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, किन्नौर, बद्दी, हमीरपुर और चंबा जिले शामिल हैं। सरकार ने छह गैर आईपीएस अधिकारियों को जिलों के एसपी की स्थायी कमान सौंपकर एक नई पहल की है। इस कदम से प्रशासनिक कार्यों में ताजगी और दक्षता आने की उम्मीद है।
वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को नई पोस्टिंग
इस फेरबदल में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई हैं। अभिषेक त्रिवेदी को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था के पद से हटाकर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक जेल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। प्रेम कुमार ठाकुर को पुलिस महानिरीक्षक आर्म्ड पुलिस के पद से पुलिस अकादमी शिमला का प्रमुख बनाया गया है।
डॉक्टर डीके चौधरी को प्रिंसिपल पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज डरोह से डीआईजी साइबर क्राइम धर्मशाला भेजा गया है। अनुपम शर्मा डीआईजी जेल से डीआईजी क्राइम सीआईडी शिमला पहुंच गए हैं। रंजना चौहान को डीआईजी कानून व्यवस्था से डीआईजी लीव रिजर्व राज्य मानवाधिकार आयोग शिमला का दायित्व मिला है।
जिला एसपी पदों पर बड़े बदलाव
इस फेरबदल में कई जिलों के पुलिस प्रमुख बदले गए हैं। आईपीएस अधिकारी अशोक रतन को नूरपुर से कांगड़ा का एसपी बनाया गया है। एचपीपीएस अधिकारी मदन लाल को कुल्लू का पुलिस प्रमुख नियुक्त किया गया है। बलबीर सिंह को हमीरपुर जिले की कमान सौंपी गई है जो वर्तमान अधिकारी के सेवानिवृत्त होने के बाद कार्यभार संभालेंगे।
सुशील कुमार को किन्नौर जिले का एसपी बनाया गया है। विजय कुमार चंबा जिले के नए पुलिस अधीक्षक होंगे। विनोद कुमार को बद्दी जिले का स्थायी एसपी नियुक्त किया गया है। कुलभूषण वर्मा को नूरपुर जिले का पुलिस प्रमुख बनाया गया है। इन सभी अधिकारियों ने अपने नए पदों पर कार्यभार संभाल लिया है।
युवा आईपीएस अधिकारियों की पोस्टिंग
युवा आईपीएस अधिकारियों के तबादले भी इस फेरबदल का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। डॉक्टर कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन को कुल्लू से हटाकर पुलिस मुख्यालय शिमला में एसपी अनिवार्य प्रतीक्षा अधिकारी बनाया गया है। मानव वर्मा को भी सहायक पुलिस महानिरीक्षक के पद से एसपी अनिवार्य प्रतीक्षा अधिकारी पद पर नियुक्त किया गया है।
अभिषेक यादव को चंबा जिले के एसपी पद से सहायक पुलिस महानिरीक्षक पुलिस मुख्यालय शिमला बनाया गया है। अभिषेक एस को किन्नौर से एसपी कानून व्यवस्था पुलिस मुख्यालय शिमला का पद मिला है। सचिन हिरेमठ को एएसपी मंडी से एसपी विजिलेंस मंडी जोन की जिम्मेदारी दी गई है।
अतिरिक्त कार्यभार वाले अधिकारी
सरकार ने चार वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को अतिरिक्त कार्यभार सौंपे हैं। ज्ञानेश्वर सिंह को अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सीआईडी के साथ ही अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक स्पेशल टास्क फोर्स का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बिमल गुप्ता को पुलिस महानिरीक्षक विजिलेंस ब्यूरो के साथ पुलिस महानिरीक्षक आर्म्ड पुलिस एवं प्रशिक्षण का अतिरिक्त कार्यभार मिला है।
गुरदेव चंद शर्मा को उप पुलिस महानिरीक्षक ट्रैफिक के साथ उप पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। सौम्या संबशिवन को उप पुलिस महानिरीक्षक नॉर्दर्न रेंज धर्मशाला के साथ प्रिंसिपल पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज डरोह का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया है। यह कदम महत्वपूर्ण पदों पर निरंतरता बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
एचपीपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण
एचपीपीएस अधिकारियों के व्यापक तबादले भी इस फेरबदल का हिस्सा हैं। भूपिंदर सिंह को एसपी पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज डरोह बनाया गया है। दिनेश कुमार को एएसपी सीआईडी शिमला का पद मिला है। बद्री सिंह को एएसपी आईआरबी सकोह में तैनात किया गया है। सागर चंदर को एएसपी आईआरबी धौलाकुंआ की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
नरेंद्र कुमार को एएसपी नाहन बनाया गया है। राजेश कुमार को एएसपी आईआरबी बस्सी में तैनात किया गया है। अजय कुमार को एएसपी विजिलेंस सिरमौर का पद मिला है। नरवीर सिंह को एएसपी विजिलेंस शिमला में नियुक्त किया गया है। राजेंद्र कुमार को एएसपी कांगड़ा की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रशासनिक कारण और भविष्य की योजना
इस बड़े पैमाने पर फेर बदल के पीछे प्रशासनिक कारण बताए जा रहे हैं। मुख्य सचिव संजय गुप्ता की नियुक्ति के बाद यह पहला बड़ा प्रशासनिक बदलाव है। सरकार का लक्ष्य लंबे समय से एक ही स्थान पर तैनात अधिकारियों का स्थानांतरण करना है। इससे प्रशासनिक निष्पक्षता और कार्यकुशलता सुनिश्चित होने की उम्मीद है।
आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए भी यह फेरबदल महत्वपूर्ण माना जा रहा है। सरकार चाहती है कि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष और प्रभावी ढंग से संपन्न हो सके। इसलिए संवेदनशील माने जाने वाले पदों पर नए अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। भविष्य में और भी तबादले किए जा सकते हैं।
पुलिस विभाग में नई दिशा
यह फेर बदल हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग के लिए नई दिशा तय कर सकता है। साइबर क्राइम और विजिलेंस जैसे महत्वपूर्ण विभागों में नए अधिकारियों की नियुक्ति हुई है। प्रशिक्षण संस्थानों को भी अनुभवी अधिकारी मिले हैं। इससे पुलिस व्यवस्था में सुधार और अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी।
राज्य सरकार ने इस फेरबदल के जरिए पुलिस प्रशासन में नई ऊर्जा का संचार करने का प्रयास किया है। सभी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से नई जिम्मेदारियां संभालने के निर्देश दिए गए हैं। इस बदलाव से आम जनता को बेहतर पुलिस सेवाएं मिलने की उम्मीद की जा रही है।
