Himachal News: मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार आज अपने तीन साल पूरे कर रही है। इस खास मौके पर Himachal Pradesh के मंडी जिले में ‘जन संकल्प सम्मेलन’ का आयोजन किया जा रहा है। पड्डल मैदान में होने वाली इस विशाल रैली के जरिए सरकार अपनी ताकत दिखाएगी। यहां सरकार अपनी उपलब्धियां गिनाने के साथ अगले दो साल का रोडमैप भी जनता के सामने रखेगी। यह आयोजन भाजपा के गढ़ माने जाने वाले मंडी में हो रहा है, जो सियासी तौर पर काफी अहम है।
पड्डल मैदान में उमड़ी भारी भीड़
रैली में शामिल होने के लिए दूर-दराज के इलाकों से लोग पहुंच रहे हैं। किन्नौर समेत अन्य जगहों से लोग ढोल-नगाड़ों की थाप पर थिरकते हुए मंडी आए हैं। प्रशासन ने पड्डल मैदान को 18 अलग-अलग ब्लॉक में बांटा है। यहां लोगों के बैठने के लिए करीब 25 हजार कुर्सियां लगाई गई हैं। इसके अलावा 25 हजार खाने के पैकेट का भी इंतजाम है। कांग्रेस का दावा है कि इस रैली में 45 से 50 हजार लोग जुटेंगे। सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था के लिए 25 कमेटियां दिन-रात काम कर रही हैं।
भाजपा के गढ़ में कांग्रेस की हुंकार
मंडी जिला को भाजपा का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है। यहां की 10 में से 9 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। Himachal Pradesh की सुक्खू सरकार यहां भीड़ जुटाकर विपक्ष को कड़ा संदेश देना चाहती है। हालांकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने इस रैली को कांग्रेस की ‘नई नौटंकी’ बताया है। उनका कहना है कि सरकार अपनी नाकामियां छिपाने के लिए आयोजन का नाम बदल रही है। बिंदल ने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान दी गई गारंटियां अभी तक पूरी नहीं हुई हैं।
सरकारी जश्न में फंसी 1073 बसें
इस भव्य रैली के लिए एचआरटीसी के 31 डिपुओं से 1073 बसें भेजी गई हैं। इतनी बड़ी संख्या में बसों की ड्यूटी लगने से आम यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। बुधवार को कई रूटों पर बसें नहीं चलने से लोग घंटों इंतजार करते रहे। परिवहन निगम ने मंडी बस अड्डे के पास ही इन बसों की पार्किंग बनाई है। अधिकारियों का कहना है कि लोगों की सुविधा के लिए कुछ रूटों को आपस में जोड़ा गया है। उनका दावा है कि ज्यादातर वर्कशॉप में खड़ी बसों का ही इस्तेमाल किया जा रहा है।
अगले दो साल का रोडमैप होगा पेश
इस मंच से सीएम सुक्खू Himachal Pradesh के विकास के लिए नई घोषणाएं कर सकते हैं। सम्मेलन में रोजगार, पर्यटन विकास और महिला सशक्तीकरण पर सरकार अपनी स्थिति स्पष्ट करेगी। इसके अलावा बोर्ड परीक्षाओं के टॉपर छात्रों को सम्मानित किया जाएगा। कामगार कल्याण बोर्ड के लाभार्थियों को भी विभिन्न योजनाओं के तहत करोड़ों रुपये का लाभ दिया जाएगा।
