Chamba News: भारी बारिश और भूस्खलन के बीच मणिमहेश यात्रा में फंसे लगभग पांच हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने का अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। प्रशासन ने सेक्टर अधिकारियों की अगुवाई में श्रद्धालुओं को भरमौर से पैदल चलाकर कलसुईं तक पहुंचाया। सभी यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
परिवहन और आवास की व्यवस्था
प्रशासन ने श्रद्धालुओं को चंबा और नूरपुर ले जाने के लिए 39 बसें और 25 टैक्सियां तैनात की हैं। अतिरिक्त जरूरत को देखते हुए कांगड़ा के डीसी से 40 अतिरिक्त बसों की मांग की गई है। चंबा मुख्यालय में एक हजार श्रद्धालुओं के ठहरने और भोजन की विशेष व्यवस्था की गई है।
राहत और बचाव कार्य
कलसुईं से राख तक के मार्ग को मलबा हटाकर साफ किया गया है। प्रशासन ने सात विशेष टीमें तैनात की हैं जिनमें आपदा मित्र, होमगार्ड जवान और एनसीसी कैडेट शामिल हैं। ये टीमें लगातार श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालने और राहत कार्यों में जुटी हुई हैं।
निःशुल्क भोजन और आवश्यक सामग्री
श्रद्धालुओं के लिए कलसुईं, धरवाला और ढकोग में तीन निःशुल्क लंगर चलाए जा रहे हैं। इन लंगरों में भोजन, चाय और अन्य आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रशासन ने हवाई मार्ग से भी राहत पहुंचाने की तैयारी कर रखी है।
यातायात व्यवस्था
चंबा-पठानकोट मार्ग पर भूस्खलन के कारण बंद यातायात को शाम 8 बजे तक बहाल करने का लक्ष्य रखा गया है। मार्ग के खुलते ही श्रद्धालुओं को उनके गंतव्यों के लिए रवाना किया जाएगा। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
