Himachal News: हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा मोचन बल ने राष्ट्रीय स्तर की सीबीआरएन प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह प्रतियोगिता दस से बारह नवंबर तक उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में आयोजित की गई थी। अधिकारियों ने गुरुवार को इस उपलब्धि की जानकारी दी।
राज्य के सोलह सदस्यीय दल ने इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। इस टीम में एक निरीक्षक, एक सहायक उपनिरीक्षक, दो हेड कांस्टेबल और बारह कांस्टेबल शामिल थे। टीम ने आठवीं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल बटालियन में आयोजित इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
तीन राज्यों ने जीते शीर्ष स्थान
इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में तमिलनाडु ने पहला स्थान हासिल किया। हिमाचल प्रदेश ने दूसरा और उत्तराखंड ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। यह प्रतियोगिता रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु आपात स्थितियों के प्रबंधन पर केंद्रित थी।
इसका मुख्य उद्देश्य पुलिस और आपदा मोचन बलों की तैयारी और प्रतिक्रिया क्षमता बढ़ाना था। विभिन्न राज्यों की टीमों ने आपात स्थितियों में अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया। हिमाचल प्रदेश की टीम ने कठिन परिस्थितियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
सीबीआरएन आपात स्थितियों पर केंद्रित प्रतियोगिता
सीबीआरएन प्रतियोगिता का आयोजन विशेष प्रकार की आपात स्थितियों के लिए किया जाता है। इसमें रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल और परमाणु घटनाओं से निपटने का प्रशिक्षण शामिल होता है। यह प्रतियोगिता बलों के समन्वय और तैयारी का आकलन करती है।
हिमाचल प्रदेश की टीम ने इन सभी क्षेत्रों में अपनी कुशलता साबित की। टीम के सदस्यों ने विभिन्न चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों में अपनी क्षमता दिखाई। उनका प्रदर्शन राज्य के लिए गौरव का विषय बना।
राज्य आपदा मोचन बल के इस उपलब्धि से हिमाचल प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। यह साबित करता है कि राज्य की आपदा प्रबंधन टीम देश की श्रेष्ठ टीमों में से एक है। इस सफलता से टीम के मनोबल में भी वृद्धि हुई है।
इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाली टीमों ने विभिन्न प्रकार के आपात परिदृश्यों का सामना किया। हर टीम ने अपनी विशेषज्ञता और प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया। हिमाचल प्रदेश की टीम ने खतरनाक स्थितियों में काम करने की अपनी क्षमता साबित की।
राज्य के अधिकारियों ने इस उपलब्धि पर टीम को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह सफलता राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को दर्शाती है। भविष्य में ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने की योजना बनाई जा रही है।
हिमाचल प्रदेश की टीम ने गहन प्रशिक्षण के बाद इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। टीम के सदस्यों ने महीनों तक कड़ी मेहनत की थी। उनका यह प्रयास रंग लाया और राज्य के लिए गौरव हासिल किया।
