शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

हिमाचल प्रदेश: राज्य बना 100% साक्षर, शिक्षा मंत्री ने की घोषणा; लेकिन सीएम कार्यक्रम से रहे नदारद; जानें क्यों

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Shimla News: हिमाचल प्रदेश ने शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। राज्य अब आधिकारिक तौर पर पूर्ण रूप से साक्षर हो गया है। इस ऐतिहासिक घोषणा की घोषणा सोमवार, शिक्षक दिवस के अवसर पर शिमला में आयोजित एक कार्यक्रम में की जाएगी। राज्य के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने इस उपलब्धि को शिक्षकों, अभिभावकों और छात्रों की कड़ी मेहनत का परिणाम बताया।

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश हमेशा से ही अग्रणी रहा है। पूर्ण साक्षरता प्राप्त करना राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह उपलब्धि राज्य के लिए गर्व का क्षण है। शिक्षक दिवस के राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन पीटरहॉफ में किया गया।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी भी इस अवसर पर मौजूद रहे। शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने अतिथियों का स्वागत किया और राज्य में शिक्षा के आंकड़े साझा किए।

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उन्होंने बताया कि प्रदेश में currently 17,330 स्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में लगभग 14.25 लाख छात्र पढ़ते हैं। राज्य में 1.02 लाख से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। इन आंकड़ों ने सौ प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

आपदा के मद्देनजर मुख्यमंत्री का कार्यक्रम में अनुपस्थित रहना

मुख्यमंत्रीसुखविंदर सिंह सुक्खू इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। वे शुक्रवार सुबह हेलिकॉप्टर से आपदा प्रभावित क्षेत्रों के दौरे पर निकले थे। मुख्यमंत्री कुल्लू जिले में बाढ़ से हुए नुकसान का जायजा ले रहे हैं। वे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा भी कर रहे हैं।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने राज्य में आई प्राकृतिक आपदा को देखते हुए एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने मंच से कहा कि वे स्वयं कोई सम्मान ग्रहण नहीं करेंगे। उनका उद्देश्य केवल शिक्षकों का मनोबल बढ़ाना और उनका सम्मान करना था।

शिक्षक सम्मान

कार्यक्रम केदौरान उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया। प्रिंसिपल श्रेणी में डॉ. प्रमोद सिंह पाटियाल को नवाजा गया। वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेमोरियल महाविद्यालय, हमीरपुर से हैं। कॉलेज फैकल्टी श्रेणी में कई शिक्षकों को पुरस्कार मिले।

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सहायक प्राध्यापक श्रेणी में डॉ. अरुण कुमार (राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर) सम्मानित हुए। डॉ. जगदीश चंद (राजकीय महाविद्यालय नाहन) को भी पुरस्कार मिला। डॉ. कीर्ति सिंघा (सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संजौली) को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

डॉ. नरेश कुमार शर्मा (राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला) को अंग्रेजी विषय में पुरस्कार मिला। डॉ. विकास नाथन (राजकीय महाविद्यालय ठियोग) को रसायन विज्ञान के लिए सम्मानित किया गया। इन शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है।

शिक्षा सचिव ने बताया कि कुछ श्रेणियों में शिक्षक पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं आए थे। इस वजह से उन श्रेणियों में चयन नहीं हो सका। यह समारोह राज्य में शिक्षा के प्रति समर्पण को दर्शाता है। हिमाचल प्रदेश की यह यात्रा अन्य राज्यों के लिए प्रेरणा है।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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