Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में बुधवार रात हुई बर्फबारी ने प्राकृतिक नजारों को खूबसूरत बना दिया है। लाहौल और पांगी घाटियों में हिमपात हुआ जबकि कुल्लू में भारी बारिश दर्ज की गई। इस मौसम में लाहौल में यह दूसरी बड़ी बर्फबारी है। बर्फबारी के कारण कई प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।
प्रभावित हुए प्रमुख मार्ग
बर्फबारी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 505 और राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। कोकसर-लोसर और कोकसर-रोहतांग मार्ग प्रभावित हुए हैं। चंबा में साचे जोत सड़क भी बंद हो गई है। रोहतांग दर्रे में लगभग 15 सेंटीमीटर बर्फ जमा हुई है। बारालाचा, शिकुंला और कुंजुम दर्रे में भी बर्फबारी दर्ज की गई।
विभिन्न क्षेत्रों में मौसम की स्थिति
चंबा जिले में बुधवार दोपहर रुक-रुक कर बारिश हुई। पांगी की ऊंची चोटियों पर सात सेंटीमीटर तक बर्फबारी दर्ज की गई। चस्क भटोरी और सुराल भटोरी क्षेत्र में हिमपात हुआ। भरमौर के काली चौ और मणि महेश पर भी बर्फ गिरी। बारिश और बर्फबारी ने पूरे क्षेत्र में ठंड का प्रकोप बढ़ा दिया है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
शिमला स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 27 अक्टूबर तक पूरे राज्य में मौसम साफ रहने की संभावना है। इस दौरान शुष्क मौसम की स्थिति बनी रहेगी। 27 अक्टूबर की रात से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो सकता है। इसके प्रभाव से हिमाचल प्रदेश में फिर से बारिश और बर्फबारी शुरू हो सकती है।
पर्यटन पर प्रभाव
बर्फबारी ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को खुश कर दिया है। प्राकृतिक सौंदर्य में वृद्धि से पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। हालांकि सड़क मार्ग बंद होने से यातायात प्रभावित हुआ है। अटल सुरंग रोहतांग के दोनों ओर हिमपात हुआ है। कुल्लू में हुई भारी बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया है।
पूर्व में हुई बारिश
कांगड़ा जिले में मंगलवार रात गरज के साथ बारिश हुई थी। बुधवार को आसमान साफ रहा और मौसम शुष्क बना रहा। बारिश और बर्फबारी के बाद तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। ऊपरी क्षेत्रों में ठंड का प्रभाव बढ़ गया है। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
