Himachal News: शोषण मुक्ति मंच ने सत्रह नवंबर को बाली चौकी में बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया। इस प्रदर्शन में भीम आर्मी, कोली समाज, किसान सभा और सेब उत्पादक संघ ने भाग लिया। प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य हिमाचल प्रदेश में बढ़ती जातीय हिंसा के खिलाफ आवाज उठाना था।
वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में अनुसूचित जाति के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं। महिलाओं और बच्चों को जाति के आधार पर प्रताड़ित किया जा रहा है। संविधान में दिए गए समानता के अधिकार का उल्लंघन हो रहा है। सार्वजनिक स्थलों पर छुआछूत की घटनाएं जारी हैं।
प्रदर्शन में शामिल संगठन
बाली चौकी कोली समाज के अध्यक्ष इंदर सिंह ने प्रदर्शन को संबोधित किया। हिमाचल किसान सभा के महेंद्र सिंह राणा ने भी भाषण दिया। शोषण मुक्ति मंच के संयोजक इंदर सिंह ने लोगों को संबोधित किया। विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी।
प्रदर्शन में भीम आर्मी की बाली चौकी अध्यक्ष एलएस कंडयाल मौजूद रहीं। कोली समाज के उपाध्यक्ष और स्थानीय पंचायत प्रधानों ने भाग लिया। अनुसूचित जाति के कई गणमान्य लोग प्रदर्शन में शामिल हुए। स्थानीय निवासियों ने बड़ी संख्या में प्रतिभाग किया।
मुख्य मांगें
प्रदर्शनकारियों ने संविधान को सख्ती से लागू करने की मांग की। दलितों और पिछड़ों पर हो रहे हमलों को रोकने का आग्रह किया। सरकारी भर्तियों में आरक्षण की व्यवस्था लागू करने को कहा। विभिन्न विभागों में खाली पदों पर भर्ती की मांग उठाई।
नई भर्ती नीतियों में आरक्षण की कमी को चिंता का विषय बताया। महिलाओं के खिलाफ लिंग आधारित शोषण पर चिंता जताई। आउटसोर्स कर्मियों और मित्र योजना कर्मचारियों के शोषण का मुद्दा उठाया। जातीय शोषण को मानवता के खिलाफ अपराध बताया।
भविष्य की रणनीति
शोषण मुक्ति मंच ने इस लड़ाई को जारी रखने का संकल्प लिया। हर प्रकार के शोषण के खिलाफ आवाज उठाने का वादा किया। अधिक से अधिक लोगों को इस आंदोलन से जोड़ने का लक्ष्य रखा। संगठन ने सामूहिक लड़ाई लड़ने पर जोर दिया।
प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री को मांग पत्र सौंपा गया। उपमंडल अधिकारी नागरिक बाली चौकी के माध्यम से यह पत्र भेजा गया। मांग पत्र में तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया गया। सरकार से जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है। आंदोलन को जारी रखने की तैयारी है।
