Himachal News: हिमाचल प्रदेश में नर्सरी टीचर भर्ती प्रक्रिया में बड़ा झटका लगा है। छह हजार से अधिक पदों के लिए आए दस हजार आवेदनों में से केवल चौदह उम्मीदवार ही पात्र पाए गए हैं। शेष नौ हजार नौ सौ छियासी आवेदन एनसीटीई मानकों पर खरे नहीं उतर सके। अधिकांश उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त एनटीटी डिप्लोमा नहीं था।
जांच में पता चला कि ज्यादातर अभ्यर्थियों ने एक वर्षीय या ऑनलाइन कोर्स किए थे। कई ने प्राइवेट संस्थानों से प्रमाणपत्र हासिल किए थे। इनमें से अधिकांश कोर्स नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन से मान्यता प्राप्त नहीं थे। इस कारण भर्ती प्रक्रिया कानूनी रूप से आगे नहीं बढ़ पा रही है।
सरकार की नई योजना
इस समस्या के समाधान के लिए राज्य सरकार ने नई पहल शुरू की है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने बताया कि प्रदेश में अपने एनटीटी प्रशिक्षण केंद्र शुरू किए जाएंगे। इससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिलेंगे। सरकारी स्कूलों में प्रारंभिक शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार आएगा।
शिक्षा विभाग का मानना है कि इस कदम से भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सकेगा। युवाओं को मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा सकेगा। नर्सरी और केजी कक्षाओं में प्रशिक्षित शिक्षकों की नियुक्ति संभव हो पाएगी।
भर्ती प्रक्रिया का इतिहास
यह भर्ती प्रक्रिया पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सरकार के कार्यकाल में शुरू हुई थी। सत्ता परिवर्तन के बाद सुक्खू सरकार ने इसे फिर से शुरू किया। सरकार ने एनसीटीई नियमों के अनुरूप प्रक्रिया आगे बढ़ाने का निर्णय लिया। अब अधिकांश अभ्यर्थियों के पात्र नहीं पाए जाने के बाद नई रणनीति बनाई जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि वे हिमाचल के युवाओं के लिए बेहतर अवसर चाहते हैं। उनका लक्ष्य है कि युवा यहीं रहकर मान्य प्रशिक्षण प्राप्त करें। इससे प्रदेश के नन्हे बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा मिल सकेगी।
भविष्य की संभावनाएं
नए प्रशिक्षण केंद्रों के शुरू होने से रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे। स्थानीय युवाओं को अपने क्षेत्र में ही रोजगार मिल सकेगा। शिक्षा व्यवस्था में सुधार की नई संभावनाएं पैदा होंगी। सरकार इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।
यह स्थिति भले ही चौंकाने वाली लगे लेकिन इससे सुधार का मौका मिला है। शिक्षा तंत्र में बदलाव की नई शुरुआत हो रही है। भर्ती प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनेगी। प्रदेश के युवाओं के लिए नए अवसर सृजित होंगे।
