Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले के एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में एक शिक्षक द्वारा चौथी कक्षा के एक मासूम छात्र की लोहे के स्केल से पिटाई का मामला सामने आया है। इस घटना ने स्कूल में हड़कंप मचा दिया और अभिभावकों में गुस्सा फैल गया है। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने घायल बच्चे को तुरंत कोई चिकित्सकीय सहायता भी नहीं दी।
घटना सोलन जिले के घाई घाट स्थित सरकारी प्राथमिक स्कूल में हुई। आरोपित शिक्षक जय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने छात्र शिवांश ठाकुर के सिर पर लोहे के पैमाने से प्रहार किया। इस हमले से बच्चे के सिर से खून बहने लगा और उसे तुरंत चिकित्सा की आवश्यकता थी.
मां को हल्की चोट बताकर की गई सूचना
बच्चे की मां शोभा ठाकुर ने बताया कि स्कूल से उन्हें फोन करके सूचना दी गई। उन्हें बताया गया कि बच्चे को केवल हल्का सा चांटा मारा गया है और थोड़ा सा खून निकला है। लेकिन जब वह स्कूल पहुंचीं तो सच्चाई का पता चला। दूसरे बच्चों ने बताया कि शिक्षक ने लोहे के स्केल से उनके बेटे के सिर पर वार किया था.
शोभा ठाकुर ने कहा कि स्कूल पहुंचने पर उन्होंने बेटे के सिर पर गहरा निशान देखा और खून सूख चुका था। उनका आरोप है कि स्कूल प्रशासन ने घटना को दबाने की कोशिश की और इसे मामूली बताया। अंततः परिवार को खुद ही बच्चे को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर इलाज कराना पड़ा.
अभिभावकों और ग्रामीणों में फैला गुस्सा
इस घटना के बाद स्थानीय अभिभावकों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। उन्होंने शिक्षा विभाग से आरोपी शिक्षक के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि स्कूल बच्चों को शिक्षा दिलाने की जगह है, मारपीट की नहीं.
स्थानीय लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि बच्चों के साथ इस तरह की हिंसा किसी भी दृष्टि से उचित नहीं ठहराई जा सकती। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि आरोपी शिक्षक के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे स्कूल के बाहर धरना-प्रदर्शन करेंगे.
शिक्षा विभाग ने शुरू की जांच
इस पूरे प्रकरण की जानकारी शिक्षा विभाग के अधिकारियों तक पहुंच चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, विभाग ने मामले की प्राथमिक जांच शुरू कर दी है। विभागीय अधिकारियों के जल्द ही स्कूल का दौरा करने और घटना की जमीनी हकीकत जानने की संभावना है.
यह घटना हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में छात्रों के साथ हो रही मारपीट की घटनाओं की एक कड़ी है। हाल ही में शिमला के रोहड़ू और चंबा के मेहला में भी ऐसी ही घटनाएं सामने आई थीं। उन मामलों में भी संबंधित शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है.
राज्य में बढ़ रही हैं शिक्षक-छात्र हिंसा की घटनाएं
हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। इससे राज्य में शैक्षिक वातावरण और बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। अभिभावकों का विश्वास स्कूली व्यवस्था से उठता जा रहा है।
इन घटनाओं ने शिक्षा विभाग के समक्ष गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। विभाग को न सिर्फ दोषी शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी, बल्कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस नीतिगत उपाय भी करने होंगे। बच्चों का भविष्य और सुरक्षा सर्वोपरि है।
