Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश में कैंसर मरीजों की संख्या चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है। वर्ष 2024 में प्रदेश में 1836 कैंसर मरीज दर्ज किए गए, जबकि 2023 में यह संख्या 2363 और 2022 में 2428 थी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने विधानसभा में बताया कि नॉर्थ-ईस्ट के बाद हिमाचल देश में कैंसर रोगियों के मामले में दूसरे स्थान पर है।
मंडी और शिमला में सबसे अधिक मामले
मुख्यमंत्री ने विधानसभा में दिए जवाब में बताया कि मंडी और शिमला जिलों में कैंसर मरीजों की संख्या अन्य जिलों की तुलना में सबसे अधिक है। सरकार इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है। आईजीएमसी शिमला में जल्द ही पैट स्कैन मशीन की सुविधा शुरू की जाएगी।
आधुनिक उपचार सुविधाओं का विस्तार
टांडा मेडिकल कॉलेज में भी पैट स्कैन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। नेरचौक, हमीरपुर और अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी आधुनिक तकनीक लगाई जाएगी। हमीरपुर में कैंसर इंस्टीट्यूट खोलने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। कैंसर रोगियों के इलाज के लिए लीनियर एक्सेलेरेटर जैसी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी।
कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग है मुख्य कारण
मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि कीटनाशकों और यूरिया का अत्यधिक उपयोग कैंसर बढ़ने का प्रमुख कारण है। विधायक कुलदीप राठौर ने बताया कि सेब और सब्जियों में कीटनाशकों का अंधाधुंध प्रयोग हो रहा है। बाजार में गैर-मानक दवाएं बेची जा रही हैं, जिन पर कोई नियंत्रण नहीं है।
प्राकृतिक खेती को बढ़ावा
सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की दिशा में काम कर रही है। बागवानी मंत्री को फलों और सब्जियों पर छिड़काव के लिए आने वाली दवाओं की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। कैंसर पीड़ित मरीजों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मदद दी जा रही है। सरकार ने विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमेटी भी गठित की है।
