Una News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक बड़ा मामला सामने आया है। एक युवती ने एक उप-मंडल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) पर बलात्कार के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने युवती की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। एएसपी ऊना सुरेंद्र शर्मा ने इस घटना की पुष्टि की है। आरोप है कि अधिकारी ने शादी का झांसा देकर युवती के साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए।
युवती ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि उसकी एसडीएम से सोशल मीडिया के जरिए बातचीत हुई थी। आरोपी अधिकारी ने उसे कई बार अपने कार्यालय में बुलाया। करीब डेढ़ महीने पहले जब वह एसडीएम के कार्यालय पहुंची तो उसे पहले सामान्य कमरे में बैठाकर बातचीत की गई। इसके बाद उसे अधिकारी के निजी कमरे में ले जाया गया। युवती के मुताबिक, वहां एसडीएम ने उसके कंधे और बाजू पकड़ लिए और शादी का प्रस्ताव रखा।
युवती ने आगे बताया कि जब उसने विरोध किया तो एसडीएम ने जबरदस्ती उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। इस घटना के लगभग दस दिन बाद आरोपी अधिकारी ने ऊना के एक विश्राम गृह में किसी और के नाम से कमरा बुक करवाया। युवती को वहां बुलाया गया जहां एसडीएम रात करीब दस बजे पहुंचा और उसने फिर से जबरदस्ती की।
युवती ने आरोप लगाया है कि जब उसने शिकायत करने की बात कही तो एसडीएम ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। अधिकारी ने ऑफिस में बनाए गए एक वीडियो की बात कहकर डराया। इसके बाद धीरे-धीरे उसने युवती से बातचीत कम कर दी। युवती के अनुसार, जब वह एसडीएम के घर गई तो उसे धक्के देकर बाहर निकाल दिया गया।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। युवती का मेडिकल परीक्षण करवाया गया है। मामले की जांच ऊना पुलिस कर रही है। एएसपी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि शिकायत के आधार पर कानूनी प्रक्रिया के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है और आरोपों की सच्चाई सामने लाएगी।
पुलिस जांच के मुख्य बिंदु
पुलिस जांच में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। इनमें सोशल मीडिया पर हुई बातचीत के सबूत, विश्राम गृह में कमरा बुकिंग का रिकॉर्ड और कार्यालय परिसर में मौजूद सीसीटीवी फुटेज शामिल हैं। पुलिस युवती के मेडिकल रिपोर्ट के नतीजों का भी इंतजार कर रही है। ये सभी सबूत मामले में निर्णायक साबित हो सकते हैं।
आरोपी एसडीएम के खिलाफ यह एक गंभीर आरोप है। प्रशासनिक अधिकारी होने के नाते इस मामले ने जनता का ध्यान खींचा है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ की जाएगी। अगर आरोप साबित होते हैं तो आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आरोपी अधिकारी पर कोई तत्काल कार्रवाई की जानकारी नहीं है।
यह मामला एक बार फिर से सत्ता के पदों पर बैठे लोगों द्वारा अधिकार के दुरुपयोग का प्रश्न उठाता है। युवती ने साहस दिखाते हुए एक शक्तिशाली अधिकारी के खिलाफ आवाज उठाई है। पुलिस की जांच इस मामले में न्याय की दिशा तय करेगी। पूरे प्रकरण में न्यायिक प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।
