Himachal News: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में एक स्टंटबाज युवक को तीसरी बार भारी जुर्माना भरना पड़ा। इससे पहले भी उसकी स्कूटी पर इसी साल 19 हजार और 28 हजार रुपये के चालान काटे जा चुके थे। शुक्रवार को पुलिस ने उसकी माडिफाई स्कूटी को जब्त कर लिया और 41 हजार रुपये का नया चालान काटा।
यह घटना ऊना के अंब चौक पर शुक्रवार दोपहर की है। ट्रैफिक पुलिस की टीम ड्यूटी पर थी जब युवक अपने दो साथियों के साथ स्कूटी पर मुबारिकपुर की ओर से आया। पुलिस को देखकर वह स्कूटी को एक निजी पार्किंग की ओर ले गया। पुलिस ने तत्काल पीछा किया और उसे घेर लिया।
साथी फरार, स्कूटी सवार पकड़ा गया
युवक केदोनों साथी स्कूटी छोड़कर तुरंत भाग निकले। पर पुलिस ने स्कूटी चालक को पकड़ लिया। जांच में पता चला कि वाहन पर कोई नंबर प्लेट नहीं थी। स्कूटी में प्रेशर हॉर्न और तेज आवाज वाला साइलेंसर लगा हुआ था।
स्थानीय लोग लंबे समय से इस वाहन के शोर और स्टंट के खिलाफ शिकायत कर रहे थे। पहले दो चालानों के बाद अदालत से स्कूटी छुड़ाकर युवक फिर से उसी तरह सड़क पर उतर आया था। उसने अपनी हरकतों में कोई सुधार नहीं किया।
पुलिस के सामने ही करता था स्टंट
पुलिस केअनुसार, इस स्कूटी का पंजीकरण वर्ष 2013 में हुआ था। यह युवक अक्सर ट्रैफिक पुलिस को देखकर जानबूझकर स्टंट करता था। वह इन स्टंट्स के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डालता था। इस तरह वह पुलिस को चुनौती देने का प्रयास कर रहा था।
इस बार पुलिस ने उसके इस रवैये के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया। अंब चौक पर पुलिस ने पहले उसका वाहन रोकने की कोशिश की। युवक ने फरार होने का प्रयास किया लेकिन पुलिस टीम ने उसे काबू कर लिया।
मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्रवाई
पुलिस नेमौके पर ही स्कूटी को जब्त कर लिया। मोटर वाहन अधिनियम के विभिन्न धाराओं के तहत कुल 41 हजार रुपये का चालान काटा गया। वाहन को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए अदालत में भेज दिया गया है।
ऊना थाना प्रभारी रूप सिंह ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों का उल्लंघन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की नीति जारी रहेगी।
इस घटना से पता चलता है कि बार-बार चालान काटने का भी कुछ युवाओं पर कोई असर नहीं होता। वे कानून को बार-बार चुनौती देते रहते हैं। पुलिस का कहना है कि ऐसे मामलों में वाहन जब्त करना एक प्रभावी उपाय साबित होता है।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इस तरह के सख्त कदमों से ही सड़क अनुशासन बनाए रखा जा सकता है। यह घटना अन्य युवाओं के लिए भी एक चेतावनी का काम करेगी।
