Himachal News: हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की नीतियों को छात्रों तक पहुंचाने की नई पहल शुरू की है। बोर्ड अध्यक्ष डॉ राजेश शर्मा ने धर्मशाला स्थित बोर्ड परिसर में आयोजित भव्य कार्यक्रम में एक विशेष बुकलेट का अनावरण किया। यह बुकलेट अब स्कूली छात्रों और युवाओं के बीच वितरित की जा रही है।
इस कार्यक्रम में प्रदेशभर के होनहार छात्रों को आमंत्रित किया गया और उन्हें सम्मानित किया गया। शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली विभूतियों को भी पुरस्कृत किया गया। बोर्ड ने इस अवसर पर राज्य स्तरीय बालदिवस समारोह का आयोजन किया था।
विजनरी पुस्तक का अनावरण
देश केपहले प्रधानमंत्री की जयंती के उपलक्ष्य में ‘द विजनरी’ नामक पुस्तक का अनावरण किया गया। इस पुस्तक में पंडित नेहरू के जीवन परिचय के साथ-साथ उनकी नीतियों से प्रभावित व्यक्तियों के संदेश शामिल हैं। पुस्तक में नेहरू जी के परिवारिक जीवन और राजनीतिक दर्शन को comprehensive तरीके से प्रस्तुत किया गया है।
यह पुस्तक छात्रों को नेहरू के शैक्षणिक विचारों और युवा कल्याण की नीतियों से अवगत कराएगी। बोर्ड का उद्देश्य है कि नई पीढ़ी देश के पहले प्रधानमंत्री के विजन को समझे और उनसे प्रेरणा ले। पुस्तक को आकर्षक और सरल भाषा में तैयार किया गया है।
प्रतियोगिताओं का आयोजन
बोर्ड परिसर स्थित दीनदयाल उपाध्याय सम्मेलन कक्ष मेंविभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें भाषण, निबंध और कला प्रतियोगिताएं शामिल थीं। सभी प्रतियोगिताओं का विषय पंडित नेहरू की शिक्षा, युवा और रोजगार संबंधी नीतियों पर केंद्रित था।
प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए छात्रों ने इन प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक भाग लिया। छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का प्रदर्शन किया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने समारोह की शोभा बढ़ाई। विजेताओं को बोर्ड अध्यक्ष ने सम्मानित किया।
छात्रों से संवाद
डॉराजेश शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए हर समय सीखने की सकारात्मक दृष्टि विकसित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों को हर परिस्थिति में शांत रहना चाहिए। स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए स्वस्थ रहने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने छात्रों को निरंतर सीखते रहने की सलाह दी।
राजकीय उच्च विद्यालय कोतवाली बाजार के कक्षा सात के छात्र नक्ष कुमार ने डॉ शर्मा को अपनी बनाई हुई स्केच भेंट की। इस भेंट से बोर्ड अध्यक्ष काफी प्रभावित हुए। उन्होंने छात्र की प्रतिभा की सराहना की और उसे उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
शैक्षणिक पहल का महत्व
यह शैक्षणिक पहल हिमाचल प्रदेश मेंअपनी तरह का पहला प्रयास है। बोर्ड का उद्देश्य छात्रों को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने वाले महान व्यक्तित्वों से परिचित कराना है। इससे छात्रों में ऐतिहासिक जागरूकता और राष्ट्रभक्ति की भावना विकसित होगी। शिक्षा बोर्ड ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रहा है।
बुकलेट के माध्यम से छात्र नेहरू जी के शैक्षणिक दर्शन और युवा विकास के लिए उनके योगदान को समझ पाएंगे। इससे छात्रों के बौद्धिक विकास में मदद मिलेगी। बोर्ड ने इस बुकलेट को सभी स्कूलों में वितरित करने का निर्णय लिया है।
भविष्य की योजनाएं
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षाबोर्ड ऐसे ही शैक्षणिक कार्यक्रमों को जारी रखने की योजना बना रहा है। बोर्ड अन्य राष्ट्रीय नेताओं के विचारों और योगदानों पर भी बुकलेट तैयार करेगा। इससे छात्रों को विस्तृत ज्ञान प्राप्त होगा और उनका सर्वांगीण विकास होगा।
बोर्ड प्रदेश के सभी जिलों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित करेगा ताकि अधिक से अधिक छात्र लाभान्वित हो सकें। शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार और छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बोर्ड का विशेष केंद्र है। आने वाले समय में और भी अभिनव कार्यक्रमों की योजना है।
