Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने सिरमौर जिले के पच्छाद उपमंडल में सैटेलाइट टाउनशिप विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। नगर एवं ग्राम योजना मंत्री राजेश धर्माणी ने घिन्नीघाड़ क्षेत्र का दौरा कर संभावनाएं तलाशीं। उन्होंने जामुन की सैर और सुरला जनोट गांव का निरीक्षण किया।
मंत्री के इस दौर में एसडीएम पच्छाद डॉ. प्रियंका चन्द्रा और हिमुडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। निदेशक प्रदीप सुर्या और अधिशासी अभियन्ता कुशल शर्मा ने भी टाउनशिप योजना की तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की। राजस्व विभाग के अधिकारियों ने भूमि संबंधी जानकारी दी।
चंडीगढ़ और पंचकुला जैसा मॉडल
राजेश धर्माणी ने बताया कि चंडीगढ़ और पंचकुला की तर्ज पर हिमाचल में सैटेलाइट टाउनशिप विकसित की जाएगी। पच्छाद उपमंडल का हरियाणा सीमा से लगता क्षेत्र इसके लिए आदर्श स्थान है। इससे प्रदेशवासियों को बेहतर आवास सुविधाएं मिल सकेंगी।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से क्षेत्र की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे। पिछड़े क्षेत्र के उत्थान में यह टाउनशिप महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। भूमि अधिग्रहण स्वैच्छिक आधार पर किया जाएगा।
परियोजना की संभावित लोकेशन
लवासा चौकी से महलप्रीत नगर तक के हरियाणा सीमा क्षेत्र में परियोजना की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। सुरला जनोट राजस्व गांव में 148 बीघा राजस्व भूमि उपलब्ध है। यह क्षेत्र भौगोलिक रूप से टाउनशिप के लिए उपयुक्त पाया गया है।
सुरला जनोट से हरियाणा की मोरनी हिल्स के धमेशा गांव की दूरी मात्र चार किलोमीटर है। यहां से पंचकुला की दूरी बड़ी सैर के रास्ते 36 किलोमीटर है। यह स्थान connectivity के लिहाज से काफी अच्छा माना जा रहा है।
अधिकारियों को निर्देश
मंत्री ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को शीघ्र जमीन का ततीमा और जमाबंदी कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजनी होगी। सैटेलाइट टाउनशिप की संभावनाओं का विस्तृत अध्ययन कराया जाएगा। सभी प्रशासनिक प्रक्रियाएं तेज गति से पूरी की जाएंगी।
इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता दयाल प्यारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने परियोजना के स्थानीय विकास में योगदान की संभावनाओं पर चर्चा की। सभी अधिकारियों ने परियोजना को शीघ्र शुरू करने का आश्वासन दिया।
