Himachal News: हिमाचल प्रदेश सरकार की सड़क सुरक्षा पहलों ने उल्लेखनीय सफलता दर्ज की है। प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में लगातार गिरावट देखी गई है। सरकार के सख्त नियमों, आधुनिक तकनीक और जन जागरूकता अभियानों का यह सकारात्मक परिणाम है। यह उपलब्धि तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब राज्य ने हाल के वर्षों में भीषण प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया है.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2023 में प्रदेश में कुल 2,253 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज हुई थीं। यह संख्या वर्ष 2024 में घटकर 2,147 रह गई। सबसे उल्लेखनीय सुधार वर्ष 2025 में देखा गया है जहाँ अब तक केवल 1,457 दुर्घटनाएं ही दर्ज की गई हैं. यह गिरावट सरकार की सक्रिय नीतियों और बेहतर निगरानी तंत्र का प्रत्यक्ष परिणाम है।
प्राकृतिक चुनौतियों के बावजूद सफलता
राज्य सरकार केप्रवक्ता ने बताया कि यह सफलता विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हिमाचल प्रदेश ने वर्ष 2023 और 2025 में गंभीर प्राकृतिक आपदाओं का सामना किया। भारी भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आई है. राज्य सरकार ने विभिन्न विभागों के समन्वित प्रयासों से इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी सड़क सुरक्षा उपायों को प्रभावी ढंग से लागू किया।
मुख्यमंत्री की पहल ने दिखाया असर
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने हर संभव उपाय करने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं. सरकार का लक्ष्य न केवल दुर्घटनाओं की संख्या को कम करना है बल्कि प्रत्येक नागरिक के जीवन की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है। इस दृष्टिकोण ने सड़क सुरक्षा के प्रति समग्र नजरिया विकसित किया है।
तकनीक और निगरानी पर जोर
प्रदेश में सड़क सुरक्षा सुधार के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। शिमला जैसे शहरों में बंधित और प्रतिबंधित मार्गों पर बूम बैरियर और सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जा रहे हैं. इन मार्गों पर वाहनों की गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा तय की गई है। बिना परमिट वाहन चलाने और ओवर स्पीड करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
बहुआयामी रणनीति अपनाई गई
सरकार ने सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए कई मोर्चों पर एक साथ काम किया है। बेहतर ट्रैफिक प्रबंधन, सड़कों की मरम्मत और चेतावनी संकेतों की स्थापना पर विशेष ध्यान दिया गया है। ड्राइवरों के लिए जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं। इन सभी उपायों के समन्वित प्रयास से ही दुर्घटनाओं में कमी लाने में सफलता मिली है।
परिवहन और पुलिस विभाग का समन्वय
हिमाचल प्रदेश परिवहन विभाग और पुलिस विभाग केबीच बेहतर समन्वय ने सड़क सुरक्षा उपायों को प्रभावी बनाया है. दोनों विभागों द्वारा एकत्रित आंकड़ों के आधार पर नीतियां बनाई गई हैं। इस समन्वय ने यातायात नियमों के क्रियान्वयन में दक्षता लाई है। विभागों की टीमों ने मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति जन जागरूकता फैलाई है।
निरंतर प्रयासों का परिणाम
सरकार के प्रवक्ता ने जोर देकर कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में आ रही कमी प्रदेश सरकार की सक्रिय नीतियों और बेहतर निगरानी तंत्र की सफलता को प्रदर्शित करती है. सरकार ने सड़क सुरक्षा क्षेत्र को प्रमुखता देते हुए अनेक प्रभावी कदम उठाए हैं। इन निरंतर प्रयासों के कारण ही लगातार तीन वर्षों में सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
भविष्य की योजनाएं
हिमाचल प्रदेश सरकार काउद्देश्य राज्य को सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाना है। इस दिशा में काम जारी है। सरकार ने सड़क सुरक्षा सुधार के क्षेत्र में किए गए निरंतर प्रयासों को जारी रखने का संकल्प व्यक्त किया है। आधुनिक तकनीक और जन सहयोग से दुर्घटनाओं को और कम करने का लक्ष्य रखा गया है।
