Kinnaur News: हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में मानसून के बाद भी सड़कों की खराब हालत बनी हुई है। करछम-सांगला-छितकुल मार्ग पर सड़क धंस गई है और गहरी दरारें आ गई हैं। यह मार्ग स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण संपर्क सड़क है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है।
सड़क धंसने की घटना के बाद भी रास्ता फिलहाल यातायात के लिए खुला हुआ है। हालांकि प्रशासन ने लोगों से रात के समय इस मार्ग से यात्रा करने से बचने की सलाह दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने पहले ही इस क्षेत्र में भूस्खलन और सड़क धंसने की आशंका जताई थी।
बीआरओ के अधिकारी प्रदीप सिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने तुरंत सड़क मरम्मत के काम शुरू करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने स्थिति को गंभीरता से लिया है। मरम्मत के काम में लगी टीमें सड़क की मरम्मत में जुट गई हैं।
पर्यटन व्यवसाय पर प्रभाव
इस घटना ने स्थानीय पर्यटन व्यवसाय के लिए चिंता पैदा कर दी है। किन्नौर जिला अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए पर्यटकों में लोकप्रिय है। सड़क धंसने से पर्यटकों का आना-जाना प्रभावित हो सकता है। स्थानीय होटल और व्यवसायी इससे चिंतित हैं।
स्थानीय लोगों का आवागमन भी इस घटना से प्रभावित हुआ है। यह मार्ग दैनिक यातायात के लिए महत्वपूर्ण है। स्कूल जाने वाले बच्चों और काम पर जाने वाले लोगों को अब परेशानी हो रही है। लोग वैकल्पिक रास्तों का उपयोग करने को मजबूर हैं।
भूस्खलन की आशंका
स्थानीय निवासी पहले से ही इस क्षेत्र में भूस्खलन की आशंका जता रहे थे। पहाड़ी इलाकों में मानसून के बाद भी भूस्खलन का खतरा बना रहता है। भूवैज्ञानिकों का मानना है कि इलाके की मिट्टी की संरचना भी ऐसी घटनाओं के लिए संवेदनशील है।
प्रशासन ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि वे अन्य संवेदनशील मार्गों का भी निरीक्षण करें। इसका उद्देश्य भविष्य में होने वाली ऐसी घटनाओं को रोकना है। विभाग पहाड़ी मार्गों की नियमित जांच कर रहे हैं।
बीआरओ की कार्रवाई
सीमा सड़क संगठन ने तुरंत मरम्मत के काम शुरू कर दिए हैं। कर्मचारियों की टीमें मशीनों के साथ घटनास्थल पर तैनात हैं। उनका प्रयास है कि जल्द से जल्द सड़क को पूरी तरह ठीक कर दिया जाए। इस दौरान यातायात प्रबंधन भी सुनिश्चित किया जा रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से सहयोग की अपील की है। उन्हें सलाह दी गई है कि वे आवश्यकता पड़ने पर ही इस मार्ग का उपयोग करें। प्रशासन ने आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं। लोग किसी भी समस्या की सूचना इन नंबरों पर दे सकते हैं।
