Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश पुलिस ने आज एक बड़ा बदलाव किया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला के चौड़ा मैदान से 66 इलेक्ट्रिक पैट्रोलिंग वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ये वाहन प्रदेश के दस जिलों में तैनात होंगे। इस कदम से यातायात प्रबंधन बेहतर होगा और पर्यावरण संरक्षण को बल मिलेगा। यह पहली बार है जब पुलिस बेड़े में इलेक्ट्रिक एसयूवी को शामिल किया गया है।
इन वाहनों के चालू होने से पहाड़ी इलाकों में ट्रैफिक व्यवस्था मजबूत होगी। दुर्घटना की स्थिति में ये गाड़ियां तेजी से घटनास्थल पर पहुंच सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार हर विभाग को आधुनिक बनाना चाहती है। हिमाचल एक पर्यटन राज्य है इसलिए यहां ट्रैफिक समस्या आम है। इन नई गाड़ियों से इस समस्या के समाधान में मदद मिलेगी।
पर्यावरण संरक्षण को मिली बढ़ावा
यह कदम पर्यावरण के लिहाज से बहुत अहम माना जा रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में वाहनों का धुआं गंभीर समस्या बनता जा रहा था। इलेक्ट्रिक वाहनों से वायु प्रदूषण में कमी आएगी। इससे पहले परिवहन विभाग के सभी वाहन भी इलेक्ट्रिक किए जा चुके हैं। पुलिस विभाग का यह फैसला राज्य की हरित पहल का हिस्सा है। यह देश में भारत में इलेक्ट्रिक वाहन के बढ़ते चलन को दर्शाता है।
टाटा कर्व इलेक्ट्रिक कार का हुआ इस्तेमाल
पुलिस ने पैट्रोलिंग के लिए टाटा कर्व इलेक्ट्रिक कार को चुना है। अब तक महिंद्रा बोलेरो और स्कॉर्पियो जैसे डीजल वाहन ही इस्तेमाल होते थे। इन नई कारों को पुलिस की जरूरत के मुताबिक तैयार किया गया है। कारों को सफेद रंग में रंगा गया है और उन पर पुलिस लिखा हुआ है। ये वाहन आधुनिक उपकरणों से लैस हैं जो कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद करेंगे।
पुलिस विभाग का आधुनिकीकरण जारी
सरकार पुलिस विभाग को आधुनिक बनाने पर जोर दे रही है। हाल ही में 1200 पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती की गई है। पुलिस को नए आधुनिक हथियार भी दिए जा रहे हैं। नशीले पदार्थों के खिलाफ अभियान तेज किया गया है। इन सब कदमों से पुलिस की कार्यक्षमता बढ़ेगी। हिमाचल प्रदेश पर्यटन को भी बेहतर पुलिस व्यवस्था से फायदा मिलेगा।
यातायात प्रबंधन में सुधार से सैलानियों को बेहतर अनुभव मिलेगा। प्रदेश में हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। उनकी सुरक्षा और सुविधा सरकार की प्राथमिकता है। इलेक्ट्रिक वाहन शोर और प्रदूषण कम करेंगे। इससे पर्यटन स्थलों का माहौल भी बेहतर रहेगा। यह कदम राज्य के विकास की नई कहानी लिखेगा।
