Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में फोरलेन निर्माण कार्य के दौरान एक दुर्घटना घटी। बुधवार देर रात ब्यास नदी में काम कर रही पाइलिंग मशीन अपने ऑपरेटर समेत नदी के तेज बहाव में बह गई। ऑपरेटर अभी तक लापता है जबकि बचाव दल उसे खोजने में जुटे हैं।
यह घटना पंडोह डैम से अचानक पानी छोड़े जाने के कारण हुई। अचानक बढ़े जलस्तर ने नदी के बीच काम कर रही मशीन और ऑपरेटर को अपनी चपेट में ले लिया। प्रशासन ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम मौके पर बुला ली है।
डैम से अचानक छोड़ा गया पानी
घटनाका मुख्य कारण पंडोह डैम से अचानक पानी छोड़ा जाना बताया जा रहा है। डैम से पानी छोड़े जाने के कारण ब्यास नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। नदी के बीच काम कर रहा ऑपरेटर इस स्थिति से निपटने में असमर्थ रहा।
तेज बहाव ने पाइलिंग मशीन को अपने साथ बहा लिया। ऑपरेटर के पास बचने का कोई मौका नहीं रहा। अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या डैम प्रशासन ने पहले कोई चेतावनी जारी की थी।
SDRF की टीम लगी तलाश में
घटनाकी सूचना मिलते ही प्रशासन ने बचाव अभियान शुरू कर दिया। गुरुवार सुबह से राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम मौके पर कार्यरत है। गोताखोर नदी के अंदर लापता ऑपरेटर की तलाश कर रहे हैं।
नदी का तेज बहाव और गहराई बचाव कार्य में बाधा डाल रही है। बचाव दल नदी के किनारे-किनारे भी खोजबीन कर रहा है। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
बिहार का रहने वाला है लापता ऑपरेटर
लापताऑपरेटर की पहचान बिहार राज्य के निवासी के रूप में हुई है। वह फोरलेन निर्माण कार्य में लगी कंपनी के साथ काम कर रहा था। उसके परिजनों को सूचना दे दी गई है।
प्रशासन ने बचाव कार्य तेज कर दिया है। नदी के निचले हिस्सों में भी खोज अभियान चलाया जा रहा है। मौसम conditions को देखते हुए जल्द से जल्द ऑपरेटर को खोजने का प्रयास किया जा रहा है।
जांच समिति गठित करने की मांग
स्थानीय लोगोंने इस घटना की जांच की मांग की है। वे चाहते हैं कि पता लगाया जाए कि डैम से पानी छोड़ने से पहले निर्माण एजेंसी को सूचना क्यों नहीं दी गई। इस पूरे प्रकरण में लापरवाही की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पूरा ध्यान लापता ऑपरेटर को खोजने पर केंद्रित है।
