शुक्रवार, दिसम्बर 19, 2025

हिमाचल प्रदेश: शिमला राजभवन में 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों ने मनाया स्थापना दिवस समारोह

Share

Himachal News: राजभवन शिमला में गुरुवार को 17 राज्यों और कंेद्र शासित प्रदेशों के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक विशेष मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इस मिलन समारोह में हिमाचल प्रदेश में रह रहे विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों ने भाग लेकर एकता और सौहार्द का संदेश दिया।

कार्यक्रम में दिल्ली, झारखंड, पंजाब, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, जम्मू-कश्मीर, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, लक्षद्वीप, पुडुचेरी, लद्दाख और चंडीगढ़ के लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने प्रदेशों की संस्कृति, परंपराओं और अनुभवों को साझा किया। इससे पूरे कार्यक्रम में एक रंगारंग और उत्सवपूर्ण माहौल बना रहा।

राज्यपाल ने दिया ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का संदेश

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने इस अवसर पर कहा कि यह मिलन कार्यक्रम न केवल विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों को एक साथ लाने का मंच है, बल्कि ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना की सशक्त अभिव्यक्ति भी है। उन्होंने कहा कि भारत अनेक संस्कृतियों, भाषाओं और परंपराओं का संगम है और ऐसे आयोजन विविधता में एकता की भावना को और मजबूत बनाते हैं। राज्यपाल ने जोर देकर कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में सौहार्द और आपसी भाईचारे को बढ़ावा देते हैं।

यह भी पढ़ें:  सांसद इकरा हसन: संसद में वंदे मातरम का अर्थ समझाया, बोलीं- यह जहर है हवा नहीं

राज्यपाल शुक्ल ने उपस्थित सभी लोगों से आह्वान किया कि वे अपनी सांस्कृतिक पहचान और परंपराओं का सम्मान करते हुए देश की एकता और अखंडता को सुदृढ़ बनाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि विभिन्न समुदायों के बीच जुड़ाव की भावना को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। राज्यपाल ने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि हिमाचल प्रदेश में रह रहे विभिन्न राज्यों के लोगों ने इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लिया।

विविध संस्कृतियों का हुआ अद्भुत संगम

इस मिलन समारोह में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने हिमाचल प्रदेश में अपनी सांस्कृतिक पहचान को साझा करने और राज्यपाल द्वारा इस तरह का अवसर प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से विभिन्न राज्यों के लोगों को एक-दूसरे की संस्कृति और परंपराओं को समझने का मौका मिलता है। इससे आपसी समझ और सद्भावना बढ़ती है। सभी प्रतिभागियों ने इस बात पर सहमति जताई कि ऐसे आयोजन राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

कार्यक्रम में शामिल होने वाले विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी पारंपरिक वेशभूषा पहनकर कार्यक्रम की रौनक में चार चांद लगा दिए। उन्होंने आपस में अपने-अपने राज्यों की संस्कृति, खान-पान, रीति-रिवाजों और परंपराओं के बारे में जानकारी साझा की। इस अवसर पर विभिन्न राज्यों के पारंपरिक नृत्य और संगीत की झलकियां भी देखने को मिलीं। इससे पूरे कार्यक्रम स्थल पर एक राष्ट्रीय एकता का अनूठा वातावरण बन गया।

यह भी पढ़ें:  गैस सिलेंडर विस्फोट: हिमाचल में तीन साल की मासूम की दर्दनाक मौत, पुलिस कर रही मामले की जांच

राज्यों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान का मंच

यह मिलन कार्यक्रम विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में उभरा। कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी प्रतिनिधियों ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे आयोजनों से देश की विविध संस्कृतियों को एक मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि जब तक हम एक-दूसरे की संस्कृति और परंपराओं को नहीं समझेंगे, तब तक सही मायने में राष्ट्रीय एकता की भावना को नहीं बल मिल सकता है।

राजभवन में आयोजित यह कार्यक्रम सांस्कृतिक एकीकरण का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत करता है। विभिन्न राज्यों के लोगों ने न केवल अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया बल्कि दूसरे राज्यों की संस्कृति को समझने और उसका सम्मान करने की भावना भी दिखाई। इस अवसर पर सभी ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन सभी प्रतिभागियों के बीच पारंपरिक व्यंजनों के आदान-प्रदान के साथ हुआ।

Read more

Related News