Shimla News: हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के पेंशनरों ने पंद्रह अक्टूबर को विरोध प्रदर्शन का एलान किया है। पेंशनरों को अगस्त और सितंबर महीने की पेंशन अब तक नहीं मिली है। संगठन के प्रधान लीला गोपाल की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया। पेंशनरों ने सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
पेंशनर संघ ने बताया कि बीमार पेंशनरों के मेडिकल बिल लंबित पड़े हैं। वर्ष 2016 से डीए एरियर और वृद्धि के एरियर भी नहीं मिले। वर्ष 2022 से मेडिकल बिलों का भुगतान रुका हुआ है। कैंसर और हृदय रोगियों को अदालती आदेशों के बावजूद राहत नहीं मिली।
मंडी जिले में भी बनी संयुक्त समिति
हिमाचल प्रदेश संयुक्त पेंशनर समन्वय एवं संघर्ष समिति ने भी सत्रह अक्टूबर को प्रदर्शन की योजना बनाई। मंडी जिले की बैठक सुंदरनगर के वृद्ध आश्रम में संपन्न हुई। जिला समन्वयक प्रभु राम वर्मा ने इसकी अध्यक्षता की। विभिन्न पेंशनर संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
बैठक में संयुक्त समन्वय समिति और संघर्ष समिति का गठन किया गया। सभी ने सत्रह अक्टूबर को जिला मुख्यालय पर प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने का संकल्प लिया। अधिक से अधिक संख्या में पेंशनरों के शामिल होने की अपील की गई।
पेंशनरों पर गहराता आर्थिक संकट
संगठन के महासचिव गौरी लाल भारती ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री और प्रबंधन पेंशनरों को जानबूझकर प्रताड़ित कर रहे हैं। समय पर पेंशन न मिलने से पेंशनरों के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा हो गया है।
पेंशनरों के परिवारों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। संगठन ने चेतावनी दी कि सरकार का यह रवैया घातक सिद्ध होगा। संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले पूरे प्रदेश के पेंशनर एकजुट हो रहे हैं।
लंबित मांगों की लंबी सूची
पेंशनरों की लंबित मांगों की सूची काफी लंबी है। वर्ष 2016 से डीए एरियर का भुगतान नहीं हुआ है। 65, 70 और 75 वर्ष की आयु पर मिलने वाली वृद्धि के एरियर भी लंबित हैं। मेडिकल बिलों का भुगतान दो साल से अधिक समय से रुका हुआ है।
गंभीर बीमारियों से पीड़ित पेंशनरों की स्थिति सबसे ज्यादा दयनीय है। अदालत के आदेशों के बावजूद उन्हें राहत नहीं मिल पा रही है। पेंशनरों ने सरकार को अंतिम चेतावनी देते हुए विरोध प्रदर्शन का रास्ता चुना है।
संगठन ने स्पष्ट किया कि यदि सरकार ने जल्द ही उनकी मांगें नहीं मानीं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। पेंशनरों ने अपने संघर्ष में एकजुटता दिखाई है। सभी जिलों से बड़ी संख्या में लोगों के प्रदर्शन में शामिल होने की उम्मीद है।
