Nahan News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पेंशनर्ज ने अपनी लंबित मांगों को लेकर आवाज बुलंद करने का फैसला किया है। हिमाचल प्रदेश पेंशनर्ज ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने सत्रह अक्टूबर को नाहन में विशाल रोष रैली निकालने का ऐलान किया है। यह रैली हिंदू आश्रम से उपायुक्त कार्यालय तक निकाली जाएगी।
जिला समिति के संयोजक और अध्यक्ष ओमलाल चौहान की अध्यक्षता में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि सभी विभागों के पेंशनर्ज संयुक्त रूप से सड़कों पर उतरेंगे। प्रदेश सरकार के उदासीन रवैये के खिलाफ यह प्रदर्शन होगा।
लंबित मांगों को लेकर बढ़ा आक्रोश
पेंशनर्ज की मुख्य मांग वर्ष 2016 से पूर्व सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बढ़ी हुई पेंशन का भुगतान है। आठ फरवरी 2022 की अधिसूचना के आधार पर उन्हें पेंशन और एरियर का भुगतान किया जाना है। पेंशनर्ज लंबे समय से इस मांग को लेकर प्रदेश सरकार से गुहार लगा रहे हैं।
समिति के नेताओं का कहना है कि सरकार ने बार-बार की गई मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया। इस उदासीनता ने पेंशनर्ज का सब्र का बांध तोड़ दिया है। अब वे सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए हैं। सभी पेंशनर्ज संगठन एकजुट होकर इस आंदोलन में शामिल होंगे।
जिला स्तर पर हो रही है तैयारी
सिरमौर जिले के सभी विभागों, निगमों और बोर्डों के पेंशनर्ज इस रैली में शामिल होंगे। स्थानीय निकायों के सेवानिवृत्त कर्मचारी भी इस प्रदर्शन में भाग लेंगे। समिति ने सभी पेंशनर्ज से रैली में बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की है।
प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार का ध्यान पेंशनर्ज की समस्याओं की ओर खींचना है। वित्तीय लाभों में देरी और लंबित मांगों के समाधान की मांग की जाएगी। समिति ने सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग की है। नहीं तो आंदोलन और विस्तार पा सकता है।
राज्य स्तरीय आह्वान पर एकजुटता
यह प्रदर्शन हिमाचल प्रदेश ज्वाइंट एक्शन कमेटी के आह्वान पर किया जा रहा है। पूरे प्रदेश में पेंशनर्ज की लंबित मांगों को लेकर असंतोष है। सिरमौर जिले में यह पहला बड़ा प्रदर्शन नहीं होगा। पहले भी पेंशनर्ज ने अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाई है।
समिति नेता ओमलाल चौहान ने कहा कि सरकार को पेंशनर्ज की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए। सेवानिवृत्त कर्मचारियों के हक की लड़ाई जारी रहेगी। सरकार अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाती तो आंदोलन और तेज होगा। पेंशनर्ज अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे।
