Himachal News: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले से ईमानदारी और जनसेवा की एक अनूठी मिसाल सामने आई है। कांटी मश्वा पंचायत के पैंसठ वर्षीय प्रधान काहन सिंह ने अपना पूरा मानदेय पंचायत के विकास कार्यों में दान कर दिया है। उन्होंने अब तक मिले तीन लाख चालीस हजार रुपये पंचायत पर खर्च किए हैं। उनका वादा है कि वह कुल तीन लाख इक्यावन हजार रुपये का पूरा मानदेय समाज कल्याण पर लगाएंगे।
सर्वसम्मति से बने प्रधान
जनवरी2021 में पंचायत चुनाव हुए थे। कांटी मश्वा पंचायत में प्रधान पद के लिए किसी ने नामांकन नहीं भरा था। ग्रामीण चाहते थे कि काहन सिंह ही प्रधान बनें। उन्होंने सर्वसम्मति से इसकी मांग की। काहन सिंह शुरू में इसके लिए तैयार नहीं थे। उनका नाम मतदाता सूची में भी नहीं था।
ग्रामीणों के लगातार दबाव के बाद वह राजी हुए। उन्होंने मतदाता सूची में नाम जुड़वाया। इसके बाद ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से उन्हें प्रधान चुन लिया। उन्होंने पद संभालते ही यह निर्णय लिया कि वह पूरा मानदेय समाज सेवा में लगाएंगे।
लाखों की भूमि भी दान की
काहन सिंह नेन केवल अपना मानदेय दान किया बल्कि लाखों रुपये की निजी भूमि भी दान में दी। उन्होंने यह भूमि पंचायत के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सामुदायिक केंद्र के लिए दान की। उनके इस नेक कदम से प्रेरित होकर अन्य ग्रामीणों ने भी भूमि दान की। इससे क्षेत्र के विकास कार्यों को गति मिली।
उनका एकमात्र उद्देश्य युवा पीढ़ी को कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी का संदेश देना है। वह चाहते हैं कि लोग समाज सेवा के लिए आगे आएं। उनका मानना है कि जनप्रतिनिधि होने का अर्थ है स्वयं को समर्पित कर देना।
विद्यालय को भी मदद
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कांटीमशवा के कार्यकारी प्रधानाचार्य प्रताप सिंह ने बताया कि काहन सिंह ने स्कूल को इक्यावन हजार रुपये दिए हैं। ग्रामीण नरेश चौहान, मित्र सिंह, अमर सिंह और दलीप सिंह ने बताया कि प्रधान पूरा मानदेय विकास कार्यों में लगा रहे हैं।
उन्होंने पंचायत में भगवान परशुराम और ठारी माता मंदिर के निर्माण के लिए इक्यावन हजार रुपये दिए। सामुदायिक भवन मश्वा के लिए भी इक्यावन हजार रुपये का योगदान दिया। भगवान परशुराम नवयुवक मंडल मश्वा को भी इक्यावन हजार रुपये देंगे।
आगे की योजनाएं
काहन सिंह नेछह प्राथमिक पाठशालाओं को इक्कीस-इक्कीस हजार रुपये देने की योजना बनाई है। छह आंगनबाड़ी केंद्रों को भी इक्कीस हजार रुपये का सहयोग देंगे। उनकी यह सामाजिक भागीदारी ग्रामीणों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है। वह स्वयं सतौन में लाइम स्टोन ट्रेडिंग का व्यापार करते हैं।
उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और दो बेटियां हैं। बेटियों की शादी हो चुकी है। एक बेटा मुंबई में बहुराष्ट्रीय कंपनी में कार्यरत है। दूसरे बेटे का दिल्ली में अपना कारोबार है। काहन सिंह अगला चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं रखते। उनका मानना है कि सेवा का अवसर मिलना ही सबसे बड़ी उपलब्धि है।
