Kullu News: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मणिकर्ण घाटी के जंगलों में रेव पार्टियों का आयोजन हो रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन पार्टियों में खुलेआम नशा का सेवन किया जा रहा है। पुलिस पर मूकदर्शक बने रहने के आरोप लगे हैं। इस मामले पर अब सुक्खू सरकार ने संज्ञान लिया है और कुल्लू पुलिस से जवाब तलब किया है।
जानकारी के अनुसार, कसोल के पुलगा-तुलगा क्षेत्र के जंगलों में यह पार्टियां आयोजित की जा रही हैं। इनमें देसी और विदेशी सैलानी शामिल होते हैं। आयोजकों ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं और मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं है। इसके बावजूद कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं।
पुलिस कार्रवाई पर सवाल
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पुलिस मौके पर पहुंची जरूर, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। रात के समय भी लाउड म्यूजिक और पार्टी का सिलसिला जारी रहा। स्थानीय निवासी चिंता जता रहे हैं। उनका मानना है कि इस तरह के आयोजनों से बड़ी घटना होने का खतरा बना रहता है।
लोगों का कहना है कि सरकार नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात करती है। ऐसे में इन पार्टियों पर कार्रवाई न होना सवाल खड़े करता है। प्रशासनिक लापरवाही के आरोप लग रहे हैं। स्थिति पर नियंत्रण की मांग तेज हो रही है।
सरकार ने लिया संज्ञान
मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने हस्तक्षेप किया है। मुख्यमंत्री के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने स्पष्ट किया कि कानून से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है।
सरकार के इस कदम से स्थानीय लोगों को राहत मिली है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में ठोस कार्रवाई देखने को मिलेगी। पुलिस प्रशासन पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। भविष्य में ऐसे आयोजनों को रोकने के उपाय किए जाएंगे।
यह घटना हिमाचल प्रदेश के पर्यटन क्षेत्र में चल रही गतिविधियों पर सवाल खड़े करती है। सरकार के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है। स्थानीय प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। आगे की कार्रवाई इस मामले का निर्धारण करेगी।
