Himachal News: हिमाचल प्रदेश के शिलाई गांव में दो भाइयों, प्रदीप और कपिल नेगी, ने सुनीता चौहान से विवाह कर पॉलीएंड्री परंपरा को जीवित रखा। यह शादी हाटी समुदाय की सहमति से हुई। तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने इस पर बीजेपी से समान नागरिक संहिता (UCC) पर सवाल उठाया। तीन दिन तक चले समारोह में स्थानीय रीति-रिवाजों का पालन हुआ।
हाटी समुदाय की पॉलीएंड्री परंपरा
हाटी समुदाय की पॉलीएंड्री परंपरा, जिसे ‘जोड़ीदार’ कहते हैं, जमीन के बंटवारे को रोकने के लिए शुरू हुई। शिलाई गांव के प्रदीप और कपिल नेगी ने सुनीता चौहान से शादी की। यह फैसला आपसी सहमति से लिया गया। प्रदीप सरकारी नौकरी में हैं, जबकि कपिल विदेश में कार्यरत हैं। समारोह में सैकड़ों लोग शामिल हुए। यह परंपरा सामाजिक स्वीकृति के साथ कुछ गांवों में जारी है।
महुआ मोइत्रा का बीजेपी पर तंज
तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने इस शादी पर बीजेपी को घेरा। उन्होंने एक्स पर पूछा कि क्या बीजेपी का समान नागरिक संहिता प्रस्ताव हाटी समुदाय की पॉलीएंड्री परंपरा पर रोक लगाएगा। हाल ही में जर्मनी में 65 वर्षीय पिनाकी मिश्रा से शादी करने वाली 50 वर्षीय मोइत्रा ने बीजेपी से स्पष्ट जवाब मांगा। वह कृष्णानगर से दूसरी बार सांसद चुनी गई हैं।
शादी का सामाजिक और कानूनी पहलू
शिलाई गांव में हुई इस शादी को हिमाचल के राजस्व कानून ‘जोड़ीदार’ के तहत मान्यता प्राप्त है। सुनीता चौहान ने बिना दबाव के यह निर्णय लिया। हाटी समुदाय में यह परंपरा भाईचारे और जमीन संरक्षण के लिए प्रचलित है। हालांकि, हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत पॉलीएंड्री को कानूनी मान्यता नहीं है। बढ़ती शिक्षा और आर्थिक प्रगति से यह परंपरा कम हो रही है।
