Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देश पर पांच विधानसभा क्षेत्रों में नए विकास चर्चा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। दो विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव प्रभारियों को भी बदला गया है। राज्य विकास चर्चा प्रभारी विधायक सुरेश कुमार ने इसकी जानकारी दी।
नए प्रभारी संबंधित विधानसभा क्षेत्रों में जाकर ब्लॉक और बूथ स्तर पर बैठकें आयोजित करेंगे। वे सरकार द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों की वास्तविक स्थिति की जानकारी एकत्रित करेंगे। इसके बाद वे सीधे मुख्यमंत्री को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे।
इन विधानसभाओं में हुए बदलाव
सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में प्रवेश ठाकुर को विकास चर्चा प्रभारी बनाया गया है। नाचन विधानसभा में बलदेव ठाकुर यह जिम्मेदारी संभालेंगे। झंडूता विधानसभा के लिए कमल राव को प्रभारी नियुक्त किया गया है।
बंजार विधानसभा क्षेत्र में एपीएमसी मंडी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया को यह दायित्व दिया गया है। जोगिंद्रनगर विधानसभा में जोगिंदर गुलेरिया विकास चर्चा प्रभारी के रूप में कार्य करेंगे। यह सभी नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से हुई हैं।
दो विधानसभाओं में प्रभारी बदले
देहरा विधानसभा क्षेत्र में रविंद्र बिट्टू के स्थान पर अब वाइस चेयरमैन विशाल चंबियाल विकास चर्चा प्रभारी होंगे। जसवां-प्रागपुर विधानसभा में नरदेव कंवर की जगह रविंद्र बिट्टू को यह जिम्मेदारी दी गई है। इन बदलावों के पीछे सरकार का उद्देश्य विकास कार्यों की गति बढ़ाना है।
इससे पहले चेयरमैन मनोज गद्दी को सुलह विधानसभा का प्रभारी बनाया गया था। वाइस चेयरमैन अजय वर्मा को धर्मशाला और चेयरमैन डॉक्टर राजेश शर्मा को नूरपुर का प्रभार दिया गया था। यह सभी नियुक्तियां सरकार के विकास एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए की गई हैं।
प्रभारियों की जिम्मेदारियां
विकास चर्चा प्रभारियों का मुख्य कार्य ब्लॉक और बूथ स्तर पर बैठकें आयोजित करना है। वे सरकार की योजनाओं की धरातल स्तर तक पहुंच का आकलन करेंगे। ब्लॉक के पूर्व पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठकें होंगी।
विकास प्रभारी बूथ कमेटियों के साथ भी सीधा संवाद स्थापित करेंगे। वे सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया लेंगे। इससे सरकार को जमीनी स्तर की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा।
हमीरपुर जिले के सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों में भी विकास चर्चा प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। ये प्रभारी ब्लॉक स्तरीय बैठकें पूरी करने के बाद अब बूथ स्तर की ओर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस पहल से सरकार को विकास कार्यों की प्रगति की स्पष्ट तस्वीर मिलने की उम्मीद है।
