Himachal News: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को मंडी में आपदा प्रभावितों को राहत राशि बांटेंगे। पड्डल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में तीन जिलों के करीब 5,000 प्रभावित परिवारों को राहत की पहली किस्त मिलेगी। जिनके घर पूरी तरह ध्वस्त हो गए थे, उन्हें सात लाख रुपये की कुल राशि में से चार लाख रुपये की पहली किस्त दी जाएगी।
मुख्यमंत्री सुबह 10:50 बजे मंडी जिले के पनारसा पहुंचेंगे तथा वहां राजकीय डिग्री कॉलेज का लोकार्पण भी करेंगे। इसके बाद सुबह 11:45 बजे वह मंडी के पड्डल मैदान पहुंचेंगे। जहां वह आपदा प्रभावितों के साथ संवाद भी करेंगे। सीएम प्रभावित परिवारों को राहत राशि के चेक वितरित करेंगे।
विभिन्न श्रेणियों के लिए अलग-अलग राहत राशि
आपदा में पूरी तरह ध्वस्त हुए घरों के लिए सात लाख रुपये की राशि निर्धारित की गई है। इनमें से चार लाख रुपये की पहली किस्त अभी दी जा रही है। कुछ लोगों को पहले ही 1.30 लाख रुपये फौरी राहत के रूप में मिल चुके हैं। शेष तीन लाख रुपये दो अलग-अलग किस्तों में बाद में दिए जाएंगे।
आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के मामले में 90 हजार रुपये प्रति परिवार दिए जा रहे हैं। सामान की क्षति पर 70 हजार रुपये और गोशाला के क्षतिग्रस्त होने पर 50 हजार रुपये की राहत राशि है। खेती योग्य भूमि के नुकसान पर प्रति बीघा 10 हजार रुपये दिए जा रहे हैं।
तीन जिलों के प्रभावितों को मिल रहा लाभ
मंडी जिले के 717 घर पूरी तरह ध्वस्त हुए हैं। इन सभी को पहली किस्त के तौर पर चार लाख रुपये मिल रहे हैं। बिलासपुर जिले के करीब 600 परिवारों को यह लाभ मिल रहा है। कुल्लू जिले के 500 परिवार भी राहत राशि प्राप्त कर रहे हैं। कुल मिलाकर तीनों जिलों के करीब 5,000 प्रभावित लाभान्वित हो रहे हैं।
फसलों के नुकसान पर प्रति बीघा 4 हजार रुपये का प्रावधान किया गया है। पशुधन के नुकसान पर 9 हजार रुपये प्रति पशु की दर से राहत दी जा रही है। दुधारू पशु की मृत्यु की स्थिति में 55 हजार रुपये प्रति पशु की राशि मिल रही है। सरकार ने सभी श्रेणियों के लिए राहत राशि का स्पष्ट प्रावधान किया है।
मुफ्त बस सेवा की व्यवस्था
आपदा प्रभावितों के लिए विशेष व्यवस्था की गई हैं। हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों में सरकारी खर्च पर प्रभावित मंडी पहुंचेंगे। कार्यक्रम के बाद वापस घर ले जाने की सुविधा भी मुफ्त उपलब्ध कराई गई है। मंडी मंडल की एचआरटीसी की 102 बसों की बुकिंग की गई थी।
इस पूरे आयोजन का खर्च हिमाचल प्रदेश सरकार वहन कर रही है। प्रशासन ने कार्यक्रम की विस्तृत तैयारी की गई है। सभी प्रभावितों को सुचारू रूप से राहत राशि वितरित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने प्रभावितों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याएं सुनेंगे।
जमीन के मुद्दे पर बड़े एलान की उम्मीद
2023 के आपदा प्रभावित अभी भी जमीन न मिलने के कारण घर नहीं बना पाए हैं। मुख्यमंत्री सुक्खू ने इस मामले को केंद्र सरकार के समक्ष उठाया है। जमीन की दिक्कत का मामला प्रदेश सरकार के ध्यान में है। इस कार्यक्रम में सीएम द्वारा जमीन को लेकर बड़ा एलान करने की उम्मीद है।
मंडी जिले के पनारसा में राजकीय डिग्री कॉलेज के लोकार्पण के साथ ही मुख्यमंत्री का कार्यक्रम शुरू होगा। इसके बाद पड्डल मैदान में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। सरकार द्वारा आपदा प्रभावितों को त्वरित राहत दिए जाने के प्रयासों की सभी ने सराहना की।
