Himachal News: हिमाचल प्रदेश महिला आयोग ने हमीरपुर में एक गंभीर मामले में हस्तक्षेप किया है। दुष्कर्म के प्रयास और तेजधार हथियार से हमले के आरोपी की उम्र को लेकर नई जांच शुरू हुई है। आयोग ने आरोपी की वास्तविक उम्र की जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस ने आरोपी को नाबालिग बताया था।
महिला आयोग की अध्यक्ष विद्या नेगी ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने पुलिस विभाग से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। आयोग यह पता लगाना चाहता है कि आरोपी को नाबालिग किस आधार पर बताया गया। स्थानीय लोगों का दावा है कि आरोपी वास्तव में बालिग है।
आरोपी की उम्र पर उठे सवाल
हमीरपुर जिले में हुई घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। एक महिला पर दुष्कर्म का प्रयास किया गया। इस दौरान उस पर तेजधार हथियार से हमला भी हुआ। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और उसे नाबालिग बताया। इस पर स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए हैं।
महिला आयोग ने इस मामले में गहरी दिलचस्पी दिखाई है। विद्या नेगी ने स्पष्ट किया कि आरोपी की वास्तविक उम्र का पता लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोशिश की जा रही है कि आरोपी को जानबूझकर नाबालिग साबित किया जाए। आयोग इसकी पूरी जांच करेगा।
महिला आयोग ने मांगी विस्तृत रिपोर्ट
महिला आयोग ने पुलिस विभाग और संबंधित एजेंसियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग चाहता है कि आरोपी की उम्र का सही पता लगे। इसके लिए सभी जरूरी दस्तावेजों की जांच की जाएगी। स्कूल रिकॉर्ड और जन्म प्रमाण पत्र की समीक्षा होगी।
आयोग ने पुलिस कार्रवाई पर भी सवाल उठाए हैं। विद्या नेगी ने पूछा है कि आरोपी को नाबालिग किस आधार पर माना गया। क्या उम्र निर्धारण के लिए सभी मानक प्रक्रियाओं का पालन किया गया। आयोग को जल्द ही पुलिस से जवाब की उम्मीद है।
पुलिस कार्रवाई पर बढ़ा दबाव
इस मामले ने पुलिस विभाग पर दबाव बढ़ा दिया है। अब पुलिस को आरोपी की उम्र के सबूत पेश करने होंगे। स्थानीय लोगों के दावों की भी जांच होगी। पुलिस ने अभी तक आरोपी को नाबालिग होने का दावा किया है। लेकिन उन्हें इसके ठोस सबूत देने होंगे।
मामला तेजी से बदल रहा है। महिला आयोग की हस्तक्षेप के बाद नई दिशा मिली है। अब आरोपी की उम्र का वैज्ञानिक तरीके से पता लगाया जाएगा। मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट भी तलब की जा सकती है। इससे सच्चाई सामने आने की उम्मीद है।
मामले ने जगाई गंभीर बहस
यह मामला प्रदेश में एक गंभीर बहस छेड़ दिया है। महिला सुरक्षा और कानूनी प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं। लोग चाहते हैं कि दोषियों को सख्त सजा मिले। नाबालिग होने का बहाना बनाकर सजा से बचने की कोशिश न हो।
महिला आयोग ने वादा किया है कि पीड़िता को न्याय दिलाया जाएगा। आयोग मामले की निगरानी जारी रखेगा। विद्या नेगी ने कहा कि कोई भी गलत कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आरोपी की सही उम्र का पता लगाकर ही कार्रवाई होगी।
