Kullu News: हिमाचल प्रदेश में सरकारी जमीन पर कब्जे हटाने को लेकर प्रशासन सवालों के घेरे में है। आरोप है कि Himachal Pradesh News की सुर्खियों में रहने वाले बड़े अवैध कब्जों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। वहीं, कुल्लू में एक गरीब विधवा महिला पर प्रशासन ने भारी जुर्माना लगा दिया है। इस भेदभाव के खिलाफ और न्याय की मांग लेकर भूमिहीन संघ के लोगों ने डीसी कुल्लू से मुलाकात की।
बुजुर्ग महिला सत्या देवी का मामला
जिला कुल्लू भूमिहीन एवं आवासहीन संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश शर्मा ने प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। तहसीलदार भुंतर ने गरीब विधवा सत्या देवी पर 1 करोड़ 73 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। प्रशासन का कहना है कि महिला ने 4 बीघा जमीन पर कब्जा किया है।
संघ ने इस मामले में कुछ अहम तथ्य रखे हैं:
- सत्या देवी पिछले 48 सालों से अपने पति के साथ यहाँ रह रही हैं।
- प्रशासन ने ही उन्हें पहले बिजली, पानी और सीवरेज के कनेक्शन दिए थे।
- तब अधिकारियों को यह जमीन अवैध क्यों नहीं लगी?
अमीरों और गरीबों के लिए अलग नियम?
संघ का दावा है कि कुल्लू जिले में करीब 11,000 ऐसे मामले हैं जहाँ गरीबों ने सिर छिपाने के लिए थोड़ी सरकारी जमीन ली है। वहीं, प्रदेश में हालात बिल्कुल अलग हैं।
- हिमाचल में 5 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने कई बीघा जमीन दबा रखी है।
- इन जमीनों पर 10 मंजिला इमारतें खड़ी हैं।
- सरकार और हाई कोर्ट ऐसे रसूखदारों पर कार्रवाई नहीं कर रहे।
ओम प्रकाश शर्मा ने कहा कि अमीरों को छोड़कर केवल गरीबों को क्यों उजाड़ा जा रहा है?
सरकार से मदद की गुहार
पीड़ित बुजुर्ग महिला सत्या देवी ने अपनी आपबीती सुनाई। उन्होंने कहा कि 48 साल रहने के बाद अब उन्हें परेशान किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन की दोहरी नीति पर भी गुस्सा जाहिर किया।
सत्या देवी ने कहा, “नदी में दिन-दहाड़े अवैध खनन होता है, वह किसी को नहीं दिखता। लेकिन गरीब का आशियाना सबको चुभता है।” महिला ने सरकार से मांग की है कि वह पूरी तरह भूमिहीन है, इसलिए उसके रहने का इंतजाम किया जाए।
