शनिवार, दिसम्बर 20, 2025

हिमाचल प्रदेश: अगले एक हफ्ते तक जारी रहेगी मॉनसून की मार, भारी तबाही से जनजीवन अस्त-व्यस्त

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Shimla News: हिमाचल प्रदेश में मॉनसून की भारी बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। चंबा, कुल्लू, मंडी और कांगड़ा जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। सड़कें, बिजली और पानी की आपूर्ति बाधित है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है।

मौसम विभाग का येलो अलर्ट

मौसम विज्ञान केंद्र ने प्रदेश के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। तीन सितंबर तक खराब मौसम की स्थिति बनी रहने की संभावना है। 29 अगस्त को उना, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर में भारी बारिश का अलर्ट है। 30 अगस्त को आठ जिलों में और 31 अगस्त को अधिकांश जिलों में अलर्ट रहेगा।

24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश

पिछले चौबीस घंटों में मंडी जिले के पंडोह में सबसे ज्यादा 110 मिमी बारिश दर्ज की गई। हमीरपुर जिले के भरेड़ी और मंडी शहर में 60-60 मिमी बारिश हुई। गोहर में 50 मिमी और श्रीनयना देवी में 40 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मनाली में 30 मिमी और रामपुर में 20 मिमी बारिश हुई।

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भूस्खलन की अफवाहों पर प्रशासन ने लगाई विराम

मंडी जिले के बनाला में भूस्खलन की घटना को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलीं। अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी ट्वीट किया। प्रशासन ने मलबा हटाकर स्थिति स्पष्ट की। डीसी और एसपी ने बताया कि मलबे में कोई वाहन या व्यक्ति नहीं दबा मिला। सभी आशंकाएं निराधार साबित हुईं।

यातायात और बुनियादी ढांचे पर प्रभाव

भारी बारिश ने यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है। अब तक एक राष्ट्रीय राजमार्ग और 524 सड़कें बंद हैं। मंडी में 216 और कुल्लू में 169 सड़कें अवरुद्ध हैं। कुल्लू में एनएच-3 भी बंद है। बिजली आपूर्ति भी ठप पड़ी है। प्रदेश भर में 1230 ट्रांसफार्मर काम नहीं कर रहे हैं।

मानसून में जान-माल का भारी नुकसान

इस मानसून सीजन में अब तक 312 लोगों की मौत हो चुकी है। 38 लोग अभी भी लापता हैं जबकि 374 घायल हुए हैं। मंडी में 51 और कांगड़ा में 49 मौतें दर्ज हुई हैं। 3,736 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं जिनमें से 776 पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं। पशुधन को भी भारी नुकसान हुआ है।

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प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला

इस मानसून में प्रदेश ने कई प्राकृतिक आपदाएं देखी हैं। अब तक 90 फ्लैश फ्लड, 86 भूस्खलन और 42 बादल फटने की घटनाएं दर्ज की गई हैं। लाहौल-स्पीति में सबसे ज्यादा 52 फ्लैश फ्लड की घटनाएं हुईं। कुल्लू में 15 और शिमला में 14 भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।

प्रमुख शहरों का तापमान

बारिश के बीच प्रदेश के शहरों में तापमान ने सामान्य छवि दिखाई। शिमला का अधिकतम तापमान 24.6 और न्यूनतम 16.8 डिग्री रहा। सुंदरनगर में अधिकतम 31.6 डिग्री दर्ज किया गया। धर्मशाला का अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री रहा। मनाली में अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री देखा गया।

Poonam Sharma
Poonam Sharma
एलएलबी और स्नातक जर्नलिज्म, पत्रकारिता में 11 साल का अनुभव।

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