Himachal News: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बंजार विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुरेंद्र शौरी ने मंगलवार सुबह जलशक्ति विभाग के लारजी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। सुबह 10 बज चुके थे, लेकिन कार्यालय में ताला लगा था। अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, जेई और क्लर्क तक कोई नहीं पहुंचा था। विधायक ने इसे सरकारी व्यवस्था की नाकामी बताया।
विधायक सुबह धर्मशाला जा रहे थे। रास्ते में उन्होंने लारजी जलशक्ति विभाग कार्यालय में रुककर निरीक्षण करने का फैसला लिया। राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित इस कार्यालय में 10 बजे से पहले सभी कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य है। फिर भी 10 बजकर 15 मिनट तक एक भी व्यक्ति मौजूद नहीं था।
सुरेंद्र शौरी ने गुस्सा जताया कि बड़े-बड़े अधिकारी समय पर नहीं आते। उन्होंने कहा कि पहले भी बंजार क्षेत्र में एसडीएम, डीएफओ और अधिशासी अभियंता को सुबह 11 बजे के बाद ही देखा है। उन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब खुद कार्यालय पहुंचकर सच्चाई सामने आई है।
कर्मचारियों की लापरवाही से जनता परेशान
विधायक ने सवाल उठाया कि जब अधिकारी समय पर नहीं पहुंचते तो आम लोगों के काम कैसे होंगे। जलशक्ति विभाग के कार्यालय में पानी से जुड़े कई महत्वपूर्ण काम रुके रहते हैं। लोगों को प्रमाण-पत्र, कनेक्शन और शिकायत निवारण के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं। यह लापरवाही सीधे जनता को प्रभावित करती है।
विधायक ने मौके पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों से भी बात की। लोगों ने बताया कि सुबह जल्दी आने पर कार्यालय बंद मिलता है। कई बार दोपहर तक इंतजार करना पड़ता है। इससे गांवों में पानी की योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं।
कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला
सुरेंद्र शौरी ने सीधे कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार बदलने के बड़े-बड़े दावे किए गए थे, लेकिन व्यवस्था और खराब हो गई। अधिकारी बेखौफ होकर मनमानी कर रहे हैं। नेता इनसे काम नहीं करवा पा रहे हैं। पूछने वाला कोई नहीं रह गया है।
उन्होंने चेतावनी दी कि अब वे नियमित रूप से औचक निरीक्षण करेंगे। लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी। बंजार क्षेत्र के विकास के लिए समय पर काम जरूरी है।
इस घटना के बाद जलशक्ति विभाग में हड़कंप मच गया। कुछ देर बाद अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे। विधायक ने सभी से स्पष्टीकरण मांगा। कार्यालय में जल्दबाजी में हाजिरी बनाई गई। स्थानीय लोग भी विधायक के इस कदम की सराहना कर रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश में सरकारी कार्यालयों में समय की पाबंदी लंबे समय से मुद्दा बनी हुई है। कई विधायक और मंत्री पहले भी ऐसे निरीक्षण कर चुके हैं। फिर भी सुधार नहीं हो रहा। कुल्लू और मंडी जिले में यह समस्या ज्यादा देखी जाती है।
विधायक सुरेंद्र शौरी पहले भी अधिकारियों की लापरवाही को लेकर आवाज उठाते रहे हैं। उन्होंने कई बार सदन में भी यह मुद्दा उठाया है। उनका कहना है कि जब तक सख्ती नहीं होगी, व्यवस्था नहीं सुधरेगी। जनता ने उन्हें इसी उम्मीद से चुना है कि काम समय पर हों।
लारजी जलशक्ति विभाग कार्यालय फलानी और बंजार घाटी के कई इलाकों के लिए जिम्मेदार है। यहां से सैकड़ों गांवों में पानी की सप्लाई और रखरखाव का काम होता है। एक दिन की देरी से भी बड़े प्रोजेक्ट प्रभावित हो जाते हैं।
इस पूरे मामले ने एक बार फिर हिमाचल प्रदेश की सरकारी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्षी दल इसे मुद्दा बना रहे हैं। आने वाले दिनों में और निरीक्षण होने की संभावना है। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अब सुधार होगा।
